मुकेश सहनी के मंत्रिमंडल से हटने के साथ ही नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी खबरें सामने आने लगी हैं. माना जा रहा है कि विस्तार के दौरान संतोषजनक काम नहीं करने वाले कई मंत्रियों की छुट्टी होगी तो कई नए चेहरों को भी मौका मिलेगा.
पटना. बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल (Nitish Cabinet Bihar) का जल्द ही विस्तार हो सकता है. सूत्रों के हवाले से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक नीतीश मंत्रिमंडल में कई ऐसे मंत्री हैं जो उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके हैं और उनकी वजह से सरकार के विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. सरकार के काम काज में गति लाने के साथ-साथ NDA के शीर्ष नेतृत्व की नजर आने वाले लोकसभा चुनाव पर भी टिक गई है. इसके मद्देनजर विकास कार्य में तेजी लाकर जनता के बीच ये मैसेज भी देने की तैयारी है कि NDA की डबल इंजन की सरकार (Bihar Government) बिहार के विकास के नाम पर सत्ता में आई है वो उस काम को तेज़ी से कर रही है.
सरकार में नए चेहरों को शामिल कर कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ-साथ मंत्रिमंडल में नयापन लाने की कोशिश भी सरकार की है. मंत्रियों को हटाने में नीतीश सरकार उम्र और सेहत को भी आधार बना सकती है. इसका आंकलन कर लिया गया है और मंत्रिमंडल विस्तार में उनका पत्ता भी कट सकता है और उनकी जगह कई नए चेहरे को मौका मिल सकता है. नए चेहरों में अनुभव के साथ-साथ युवाओं पर ज़्यादा भरोसा जताया जा सकता है.
नीतीश कुमार की मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो उसमें जातीय संतुलन भी साधने की पूरी कोशिश की जाएगी. कैबिनेट में ऐसे इलाके को भी प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है जो फिलहाल मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हैं. सूत्र बताते हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा की तरफ से ज़्यादा बदलाव देखे जा सकते हैं. कुछ बड़े मंत्रियों को भी हटाया जा सकता है और उन्हें संगठन के काम में लगाया जा सकता वहीं कुछ मंत्रियों के विभाग में भी बदलाव सम्भावित हैं.
JDU में भी कुछ बदलाव होने की उम्मीद है लेकिन खबर है कि JDU में जिसे हटाया जा सकता है उसी जाति से भरपाई भी की जा सकती है. JDU पार्टी के एक बड़े नेता को भी मंत्रिमंडल में शामिल कर सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार में वीआईपी से बीजेपी में आए तीन विधायकों में से किसी एक को जगह मिल सकती है वहीं जीतन राम मांझी भी लगातार मांग कर रहे हैं कि उन्हें मंत्रिमंडल में एक और सीट दिया जाए, ऐसे में NDA इस मांग पर भी गम्भीरता से विचार कर सकता है. फिलहाल नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में पांच सीटें खाली हैं, जिसे भरा जाना है. पांच सीटें JDU और भाजपा के कोटे से हैं.
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