प्रत्यय अमृत ने बताया कि बिना लक्षण वाले लोग कोरोना टेस्टिंग ना कराएं. हालांकि, 60 से अधिक उम्र वाले लोगों को टेस्ट कराना चाहिए. अगर एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव हैं, इसका आशय यह है कि आप संक्रमित हैं.
बिहार समेत देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण ने सबको चौंका दिया है. रोजाना सामने आ रहे नए मरीजों का आंकड़ा डराने वाला हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को बताया गया कि बीते 24 घंटे में राज्य में 5908 नए कोरोना मरीज मिले हैं. वहीं, रविवार को मरीजों की संख्या में आई कमी के संबंध में बताया गया कि संडे को जांच काम होती हैं, इसलिए संख्या कम आती है.
पुरुषों को संक्रमण का खतरा अधिक
विभाग की ओर से बताया गया कि राज्य में फिलहाल पॉजिटिविटी रेट तीन प्रतिशत से कम है. हालांकि, पटना में ये 20 प्रतिशत से भी अधिक है. यानि देख जाए तो राजधानी पटना का हर पांचवां शख्स कोरोना संक्रमित है. उन्होंने बताया कि 20 से 40 साल की उम्र वाले लोग राज्य में ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं, महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं.
विभाग की ओर से आयोजित पीसी में विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत (Pratyay Amrit) ने बताया कि बिना लक्षण वाले लोग कोरोना टेस्टिंग ना कराएं. हालांकि, 60 से अधिक उम्र वाले लोगों को टेस्ट कराना चाहिए. वहीं, जो देश के बाहर यात्रा कर रहे हैं, वो टेस्ट जरूर करा लें. वहीं, इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि हॉस्पिटल में कोई भी मरीज का जाते हैं तो उनका जाते से कोरोना टेस्ट न हो. बिना लक्षण वालों की जांच तो हो ही नहीं. वहीं, अस्पताल में भर्ती मरीज का भी एक सप्ताह में एक बार ही जांच हो. उन्होंने अपील की, कि बिना जरूरत के टेस्ट नहीं कराएं.
बिना टेस्ट के निकल सकते हैं बाहर
विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि आरटी पीसीआर टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है. अगर एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव हैं, इसका आशय यह है कि आप संक्रमित हैं. वैसे कोरोना मरीज जो होम आइसोलेशन में हैं, वो सात दिनों बाद बिना किसी प्रकार की टेस्ट कराए ही घर से निकल सकते हैं. केवल उनमें कोई लक्षण न हो. 93 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन लेवल वाले लोग सुरक्षित हैं.
वहीं, उन्होंने पाबंदियों को हटाने के संबंध में पूछे गए ABP न्यूज के सवाल पर कहा कि इस बार पैनिक कम है. लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है. देश भर का ट्रेंड देखें. कोरोना तेजी से फैल रहा है. 85 परसेंट ओमीक्रोन के केस हैं. ऐसे में पाबंदी जरूरी है. डरना नहीं है, लेकिन सजग रहना है. स्थिति देख कर ही फैसला लिया जा रहा है. होम आइसोलेशन के मामले बढ़े हैं. लेकिन अंडर एस्टीमेट नहीं करना है. बाकी जगह का ट्रेंड देखें तो सतर्क रहना ही पड़ेगा. 21 तक ही पाबंदी है. लोगों को परेशान करना सरकार की मंशा नहीं है. वायरस का बिहेवियर डराने वाला नहीं है. लेकिन हमें भी जरूरत है कि हम बेवजह बाहर ना निकलें क्योंकि इसका असर सब पर पड़ेगा. स्थिति की समीक्षा हर दूसरे दिन हो रही है.
बिहार समेत देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण ने सबको चौंका दिया है. रोजाना सामने आ रहे नए मरीजों का आंकड़ा डराने वाला हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को बताया गया कि बीते 24 घंटे में राज्य में 5908 नए कोरोना मरीज मिले हैं. वहीं, रविवार को मरीजों की संख्या में आई कमी के संबंध में बताया गया कि संडे को जांच काम होती हैं, इसलिए संख्या कम आती है.
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