बिहार की सांस्कृतिक और पुरातात्विक संग्रहों से छेड़छाड़ शर्मनाक।
पटना,10 अप्रैल2023
विहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि पटना संग्रहालय के अस्तित्व को मिटाने का प्रयास एक शर्मनाक कदम है।
श्री सिन्हा ने कहा कि सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट तहत संचालित एन जी ओ विहार संग्रहालय के हाथों में सरकार द्वारा संचालित पटना संग्रहालय को दे दिया गया है।यह चर्चा है कि निजी व्यापारिक हितों को बढ़ाबा देने औऱ फायदा पहुँचाने के लिये किया गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार ने सुनियोजित ढंग से पटना संग्रहालय को विहार संग्रहालय के हाथ में देने से पहले दोनों को जोड़ने के लिए 373 करोड़ की लागत से सुरंग बनाने की योजना तैयार की है।इसी के तहत म्यूज़ियम का पिछला हिस्सा तोड़ा जाना है।इस राशि से अन्य कल्याणकारी कार्य किये जा सकते थे।
श्री सिन्हा ने कहा कि106 वर्ष प्राचीन पटना संग्रहालय से राहुल सांकृत्यायन, सच्चिदानंद सिन्हा औऱ काशी प्रयास जायसवाल जैसे लोगों का जुड़ाव एवम योगदान रहा है।पटना संग्रहालय वचाओ समिति सहित विहार एवम विहार के बाहर के बुद्धिजीवी एवम इतिहासकार इसका विरोध कर रहें हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को स्वतः संज्ञान लेकर यह देखना चाहिए कि क्या कोई अपने व्यापारिक स्वार्थ की सिद्धि हेतु विहार के अनमोल धरोहर को नष्ट करने पर उतारू है?।यह भी चर्चा है कि यदि पटना संग्रहालय औऱ बिहार संग्रहालय के इन्वेंटरी की जाँच करायी जायगी तो पता लगेगा कि बर्षों से यहाँसुरक्षित कृतियों को देश विदेश की संस्थाओं को लोन देने के नाम पर विहार से बाहर भेजने का खेल चल रहा है।
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