पटना, 5 : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि मा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मा पर्यावरण मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव जी के नेतृत्व में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में भारत नेतृत्वकर्ता बनकर उभरा है। अक्षय ऊर्जा में विशाल प्रगति हुई है और भारत ने निर्धारित समय से 9 साल पहले COP21 का लक्ष्य हासिल किया है।
नवंबर 2015 Cop21 में, अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) के हिस्से के रूप में, भारत ने 2030 तक अपनी स्थापित बिजली क्षमता का 40% गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त करने का संकल्प किया था, भारत ने 9 वर्ष पूर्व, नवंबर 2021 में ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया।
देश की स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता आज 150.05 गीगावॉट है, जबकि परमाणु ऊर्जा आधारित स्थापित बिजली क्षमता 6.78 गीगावॉट है।
श्री अरविन्द ने कहा है कि देश में जल जीवन हरियाली मिशन के माध्यम से पर्यावरण क्षेत्र में भारत अभूतपूर्व सफलता पाई है।
इस प्रकार भारत की कुल गैर-जीवाश्म आधारित स्थापित ऊर्जा क्षमता 156.83 गीगावॉट हो जाती है जो 390.8 गीगावाट की कुल स्थापित बिजली का 40.1% है।
मोदी सरकार वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से 500GW अक्षय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। 2014 से सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता में 1,900% की वृद्धि हुई है।
आज भारत के पास विश्व की चौथी सबसे बड़ी स्वच्छ ऊर्जा क्षमता है। भारत उन चुनिंदा देशों में एक है जो पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करने की राह पर हैं।
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