पड़ोसी देशों में मिले पोलियो के मामले भारत के लिए चिंता का विषयः मंगल पांडेय

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दो चक्रों में 19-23 जून व 18-22 सितंबर तक चलेगा पल्स पोलियो अभियान

पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि कि हमारे 2 पड़ोसी देशों अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान में लगातार पोलियो के नए मरीज चिन्हित हो रहे हैं। वर्ष 2020 में अफगानिस्तान में 56 एवं पाकिस्तान में 84 पोलियो के मामले आए। जबकि वर्ष 2021 में अफगानिस्तान में 04 और पाकिस्तान में 01 पोलियो के मरीज चिन्हित किए गए थे। वहीं 2022 में अभी तक अफगानिस्तान में 01 एवं पाकिस्तान में 02 पोलियो के मरीज मिले हैं।  इससे देश में भी पोलियो वायरस के आने का खतरा बना हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य में विशेष रणनीति बनाकर दो चक्रों में पोलियो अभियान चलाया जाएगा। पहले चक्र में 19 जून से 23 जून, 2022  तक पल्स पोलियो अभियान चलेगा। जबकि 18 से 22 सितंबर, 2022 तक पल्स पोलियो का दूसरा चक्र चलाया जाएगा।

 श्री पांडेय ने कहा कि ज्ञात हो कि जब तक विश्व में कहीं भी पोलियो का संक्रमण जारी है, राज्य में पोलियो वायरस के पुनः आने की संभावना बनी रहती है। इस खतरे से बचाव हेतु उच्च गुणवत्ता के पल्स पोलियो अभियान चलाते रहना अत्यंत आवश्यक है। पोलियो अभियान की शत-प्रतिशत  सफ़लता के लिए विभाग द्वारा नई रणनीति बनाई गयी है। जिसमें चक्र शुरू होने से कम से कम दस दिन पूर्व जिला टास्क फ़ोर्स की बैठक आयोजित कर अभियान संबंधित तैयारी की समीक्षा की जाएगी। साथ ही कार्य की गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु उचित दिशा निर्देश भी दिए जाएंगे। वहीं, प्रखंड स्तर पर भी टास्क फ़ोर्स बनाए जाएंगे एवं इसकी बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

श्री पांडेय ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान मुख्य ट्रांजिट स्थलों बस-स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौक-चौराहों आदि जगहों पर प्रशिक्षित टीकाकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी, जिससे वहां से गुजरने वाले सभी लक्षित बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए पोलियो की खुराक पिलाकर आच्छादित किया जा सके । इस दौरान कोविड-19 के तहत बनाए गए सभी प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक रूप से किया जाएगा। अभियान के दौरान नवजात शिशुओं को पोलियो की खुराक पिलाए जाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए खुराक पिलाए जाने के पश्चात नियमित टीकाकरण के ड्यू लिस्ट में इन्हें शामिल किया जाएगा। अभियान के दौरान किसी भी परिस्थिति में किसी भी दूर दराज क्षेत्रों (ईंट  भट्ठा , प्रवासी एवं भमणशील आबादी ) के बच्चे पोलियो खुराक से वंचित ना रह जाए। इसके लिए विशेष निगरानी दल गठित की जाएगी। ताकि शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो खुराक से आच्छादित किया जा सके।

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