एंकर/बक्सर जिले के सिमरी प्रखंड के नियाज़ीपुर में बिगत 40 वर्षो से हो रहे महावीर पूजा समिति के द्वारा हर साल की भाँति इस साल भी शरद पूर्णिमा के दो दिन पहले से सांस्कृतिक धरोहर को अक्षुण रखने एवं समाज के सभी वर्गो को प्रेरित करने के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन होते आ रहा है, जिससे लोगो अथवा नवजवानों में खेलो के प्रति झुकाव, विलुप्त हो रही प्राचीन घोड़ा दौड़ तथा कुश्ती जैसे खेलों को पुनर्जिवित रखने के साथ-साथ अपनी सांस्कृति और प्राचीन परम्पराओं से जुड़ाव तथा समन्वय एवं बौद्धिक विकास को जन मानस में जीवंत रखना ही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हैं।
पूजा समिति के सदस्य ने बताया कि बाहर से आने वाले खिलाड़ी एवं पहलवानों के रहने खाने की उचित प्रबंध किया गया है बता दे की इस कार्यक्रम को देखने के लिए दुर दराज के लोगों की भीड़ लगती है। अगर संख्या की बात करें तो 10 हाजार से उपर लोगों की भीड़ देखने को मिलती है। हालांकि इस पूजा को सफल बनाने के लिए प्रशासन के लोग भी मौजूद रहते हैं। वही इस पूजा की तैयारी के बारे में बताते हुए समिति के सदस्य मनोज पाठक ने बताया कि यह पूजा ग्रामीणों के सहयोग से विगत 40 वर्षों से होते हुए आ रहा है
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