मोकामा की बदहाली की जिम्मेवार लोगों को राजनीतिक सजा देने को व्यग्र जनता: विजय सिन्हा
पटना, 14 अक्टूबर। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को मोकामा क्षेत्र के उद्योगविहीन होने तथा बाढ अनुमंडल को अब तक जिला नहीं बनाने को लेकर राजद और जदयू को कटघरे में खड़ा करते हुए सवालिया लहजे में कहा कि आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि बाढ वर्ष 1912 में अनुमंडल बना था। उस दौर के अनुमंडल आज प्रमंडल बन गए, लेकिन ’बडे भाई’ और ’छोटे भाई’ (लालू प्रसाद और नीतीश कुमार) की उपेक्षापूर्ण नीति ने इसे अब तक जिला नहीं बनने दिया।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री सिन्हा ने कहा कि वर्ष 1912 में बाढ अनुमंडल बना और इसके पहले अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) ए आर गोपलिस (आईसीएस) बनाए गए। इनका कार्यकाल बतौर एसडीओ यहां दो वर्षो का रहा और उसके बाद इनका स्थानातंरण कर दिया गया। इसके बाद यहां कई एसडीओ आए और चले गए, लेकिन बाढ आज भी अनुमंडल ही रहा।
दुर्भाग्य है कि बाढ न अब तक जिला बना और मोकामा का दुर्भाग्य रहा कि यह आगे बढ़ने के बजाय पिछड़ता चला गया। अब यहां के लोग मात्र एक ही सवाल करते हैं कि आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री सिन्हा कहते हैं कि मोकामा की पहचान एक समय बड़े औद्योगिक क्षेत्र के रूप में थी, लेकिन राज्य में बडे भाई और छोटे भाई के शासनकाल में यह क्षेत्र उजड़ता चला गया और आज सभी उद्योग बंद हो गए।
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दोनों भाइयों के कार्यकाल में ही मोकामा की खुशहाली को ग्रहण लगी, अब इन दोनों भाईयों को इसका जवाब देना चाहिए। श्री सिन्हा ने कहा कि पहले मोकामा जंक्शन था जबकि स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नाजरत अस्पताल था, लेकिन क्षेत्र में प्रशासनिक अराजकता और अपराधीकरण से इसकी महत्ता घटती चली गई।
भाजपा नेता ने कहा कि मोकामा और बाढ की जनता इस बदहाली के लिए जिम्मेदार लोगों को राजनीतिक सजा देने के लिए व्यग्र है। आज अब समय आ गया है कि दोनों भाईयों को इस बदहाली के लिए राजनीतिक सजा दी जाए, जिसका संदेश पूरे राज्य में पहुुंचे की आने वाले समय में राज्य में जंगल राज से गुंडा राज लाने वालों के साथ भी यहां की जनता यही सजा देने वाली है। मोकामा की जनता क्षेत्र के कीचड में ’कमल’ खिलाकर इसका जवाब देगी ।
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