पटना, 27 नवंबर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि बिहार के शिक्षा व्यवस्था पर ग्रहण लग गया है। उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के एक लाख पद है, लेकिन पढ़ा रहे सिर्फ 12 हजार, स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी चल रही है। न शिक्षक, न लैब, बिना प्रैक्टिकल किए ही बोर्ड परीक्षा देंगे विद्यार्थी। महागठबंधन सरकार में शिक्षा व्यवस्था हुई पूरी तरह चौपट, अब बच्चों का भविष्य विकट हो गया है।
जहां शिक्षकों के अभाव में बच्चों के उज्जवल भविष्य पर ग्रहण लगाने का काम कर रही है बिहार सरकार, वही टेट – सीटेट अभ्यर्थियों के साथ भी जायदाती कर रही है राज्य सरकार। 1.15 लाख शिक्षकों के रिक्त स्थान भरने के जगह टेट – सीटेट अभ्यर्थियों पर आए दिन लाठियां बरसाने का काम बिहार सरकार कर रही है।
श्री अरविन्द ने कहा है कि तेजस्वी यादव ने वादा किया था कि अगर बिहार में हमारी सरकार बनती है, तो हम 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे लेकिन जब टेट – सीटेट अभ्यर्थियों अपने हक की बात करते है तो उन पर लाठियां बरसा कर उनका दमन किया जाता है।
वहीं नौकरी देने की जगह सिर्फ धोखा देकर विश्वासघात किया जाता है, यह रवैया दिखाता है कि कैसे बिहार सरकार ना सिर्फ बच्चों और शिक्षक अभ्यर्थियों का बल्कि बिहार की पूरी तरह से शिक्षा व्यवस्था का गला घोटने का काम कर रही है। बिहार को बिहार सरकार आत्मनिर्भर बनाने की जगह पंगु बनाने का काम कर रही है।
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