पटना जिले के मसौढ़ी प्रखंड में अनेक गांवों की कुल करीब 3187 हेक्टेयर क्षेत्र में मिलेगी सिंचाई सुविधा जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा ने बेर्रा बराज को 15 अगस्त से पहले पूरी तरह तैयार करने दिये निर्देश
पटना, 3 अगस्त, 2022
जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री श्री संजय कुमार झा ने बुधवार को पटना जिले के मसौढ़ी प्रखंड में बेर्रा ग्राम के निकट दरधा नदी पर नवनिर्मित बेर्रा बराज और पईन के पुनर्स्थापन कार्य का स्थल निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। बेर्रा बराज का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। जल संसाधन मंत्री ने निरीक्षण के दौरान इस बराज को लोकार्पण के लिए 15 अगस्त से पहले पूरी तरह तैयार कर लेने सहित कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जल संसाधन विभाग ने मसौढ़ी प्रखंड में बाढ़ से सुरक्षा और सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दरधा नदी पर बेर्रा बराज का निर्माण कराया है। इसके बायें मुख्य नहर की लंबाई 8 किलोमीटर है, जबकि इससे निस्सृत लघु नहर की लंबाई भी 8 किलोमीटर है। इस महत्वपूर्ण कार्य से मसौढ़ी प्रखंड के महुआ बिगहा गाँव से बढ़नी गाँव तक अनेक गांवों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
वर्तमान में दरधा नदी में उच्चतम बाढ़ की स्थिति में इस चैनल से सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो पाती है, लेकिन बाढ़ अवधि समाप्त होते ही पुनः सिंचाई कार्य बाधित हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए इस बराज का निर्माण और 16 किलोमीटर में पईन का पुनर्स्थापन कार्य कराया गया है। इस महत्वपूर्ण सिंचाई योजना से मसौढ़ी प्रखंड के बेदरी बिगहा, बलैठा, बेर्रा, गेलहा बिगहा, नदौल, बहादुर बिगहा, रेमन, जेलल बिगहा, सगुनी, पकरी, शेखपुरा, गुलरिया बिगहा एवं बोर्नी आदि ग्रामों में लगभग 3187 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जा सकेगी।
बेर्रा बराज योजना के अंतर्गत निम्न कार्य कराये गये हैं:-
– बेर्रा ग्राम के निकट बराज और बायें शीर्ष नियामक का निर्माण।
– बराज के बायें तरफ मुख्य नहर और उससे निस्सृत पईन का कुल 16 किमी लंबाई में पुनर्स्थापन।
-पईन के विभिन्न बिंदुओं पर 30 आउटलेट, 08 फॉल और 09 एकपथीय सेतु का निर्माण।
बराज के अपस्ट्रीम में 1000 मीटर लंबाई में बॉयें एफलक्स बांध का निर्माण, जिसमें 450 मीटर में बोल्डर पीचिंग का कार्य है।
साथ ही, 1000 मीटर लंबाई में दॉयें एफलक्स बांध का निर्माण, जिसमें 550 मीटर में बोल्डर पीचिंग का कार्य हुआ है।
बराज के डाउनस्ट्रीम में 250 मीटर लंबाई में बॉयें गाईड बांध और 250 मीटर लंबाई में दॉयें गाइड बांध का निर्माण।
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