* छपरा की घटना बिहार में ‘गुंडाराज’ का प्रमाण
* अराजक तत्वों का मनोबल चरम पर,चेताने के बावजूद सरकार ने अहंकार में कि विपक्ष की अनसुनी
* क्या मुख्यमंत्री लखीसराय की अपनी यात्रा में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के लठैतों की गुंडागर्दी की समीक्ष करने की हिम्मत दिखाएंगे
पटना, 06-02-2023
बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा है कि छपरा व गोपालगंज की हालिया घटना से साफ है कि बिहार में गुंडाराज कायम हो चुका है। गुंडों व अराजक तत्वों के आतंक से कोई भी सुरक्षित नहीं है। कोई भी ऐसा दिन नहीं गुजर रहा है, जब हत्या, लूट, डकैती व बलात्कार की अनेक बड़ी घटनाएं नहीं घट रही हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी लखीसराय यात्रा के दौरान वहां आये दिन हो रही हत्या,लूट, डकैती व अपहरण की घटनाओं की क्या समीक्षा करेंगे? क्या बड़हिया टाल महराम चक दलित समुदाय के सरपंच पति के हत्या को दुर्घटना बता कर अपराधियों को बचाने का खेल की समीक्षा करेंगे? मुख्यमंत्री जी उस चर्चित घटना की भी समीक्षा करने की हिम्मत दिखाएंगे जिसमें गौतम महतो को जेल जाना पड़ा था और बिहार विधान सभा में महीनों यह मामला गूंजता रहा था? क्या मुख्यमंत्री जी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के लठैतों के खिलाफ कार्रवाई का साहस दिखा पाएंगे? अगर वे ऐसा नहीं करते है तो अन्य जिलों की तरह लखीसराय की उनकी यात्रा भी पिकनिक ही साबित होगी।
उन्होंने कहा कि अपराधियों के भय से पूरा बिहार कांप रहा है। एक सप्ताह पहले गोपालगंज के बसडीहा में हुई अंकुर की हत्या की आग अभी बुझी भी नहीं कि छपरा के मांझी में मुबारकपुर गांव में तीन युवकों के साथ वहां के दबंग आपराधिक प्रवृत्ति के मुखियापति विजय यादव द्वारा लिंचिंग की गई, जिनमें से एक युवक की मौत हो गई है और दो जीवन के लिए पटना के एक अस्पताल में जूझ रहा है। इस घटना की प्रतिक्रिया में हुई आगजनी व हिंसा की घटनाओं से स्पष्ट है कि बिहार में गुंडाराज पूरी तरह से कायम हो चुका है।
इसके पहले बेगूसराय में दलित समाज से आने वाले निर्वाचित मुखिया व अल्पसंख्यक समाज के एक उपमुखिया की हत्या कर दी गई। इन सारे मामलों में कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूरी हो रही है। प्रशासन पूरी तरह फेल और अराजक, अपराधी तत्व सरकार पर हाबी है।
उन्होंने कहा कि जंगल राज के भी कुछ नियम-कायदे होते हैं, मगर अभी जो बिहार में गुंडाराज है, वह कानून से परे है। गुंडों व अराजक तत्वों को सत्ता संरक्षण प्राप्त है। सरकार के मंत्री से लेकर अधिकारी तक बेलगाम हो चुके हैं। महागठबंधन की सरकार बनने के साथ ही गुंडों के बढ़े हौसले को देखते हुए ही विपक्ष ने सरकार को चेताया था, मगर अहंकार में चूर सरकार कुछ भी सुनने को राजी नहीं है। आज महागठबंधन की सरकार में बिहार में कोई भी सुरक्षित नहीं है।
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