सरकार किसानों की हरसंभव सहायता को लेकर पूरी तरह तत्पर है।
उसना चावल के मिलों की संख्या और बढायें।
सभी निबंधित पैक्सों की क्रियाशीलता को लेकर आकलन करें।
धान अधिप्राप्ति को लेकर तेजी से काम करें।
किसानों के बीच धान अधिप्राप्ति को लेकर प्रचार-प्रसार करायें।
पटना, 05 नवम्बर 2021 :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान अधिप्राप्ति हेतु समीक्षात्मक बैठक की। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव श्री विनय कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से धान अधिप्राप्ति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार धान का एम०एस०पी० 1,940 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है।
चरणबद्ध तरीके से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरु की गई है। 1 नवंबर से कोसी एवं पूर्णिया प्रमंडल में धान अधिप्राप्ति शुरु कर दी गई है, जबकि 10 नवंबर से तिरहुत, दरभंगा एवं सारण प्रमंडल तथा 15 नवंबर से राज्य के शेष जिलों में धान अधिप्राप्ति शुरू की जायेगी। उन्होंने धान का अनुमानित उत्पादन के आधार पर धान अधिप्राप्ति हेतु जिलावार निर्धारित लक्ष्य की जानकारी दी। सहकारिता विभाग की सचिव श्रीमती बंदना प्रेयसी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से धान अधिप्राप्ति कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने पिछले 5 वर्षों में धान अधिप्राप्ति में हुई उपलब्धियों, पिछले 3 वर्षों में समितियों के चयन एवं उसकी क्रियाशीलता, सहकारी समितियों की भंडारण क्षमता, धान में नमी प्रबंधन आदि के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु सुगम ऐप को विकसित किया गया है, जिसमें किसानों की धान अधिप्राप्ति से जुड़ी शिकायतों के निवारण की व्यवस्था की गई है।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की हरसंभव सहायता के लिये पूरी तरह तत्पर है। इस बार अतिवृष्टि के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी। प्रभावित किसानों को सभी प्रकार के राहत दिये गये। बाढ़ के कारण जिन किसानों ने फसल बुआई नहीं की उन्हें भी सहायता दी गई। फिर भी जो जानकारी दी गई कई जिलों में धान के अच्छे पैदावार का अनुमान लगाया गया है और उसके आधार पर प्रोक्योरमेंट का जिलावार लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसका भी ठीक से एक बार और आकलन करा लें। चरणबद्ध तरीके से अधिप्राप्ति का कार्य शुरु किया गया है।
इसको लेकर किसानों के बीच प्रचार-प्रसार करायें। उन्होंने कहा कि बिहार में उसना चावल खाने वालों की संख्या अधिक है। इसको लेकर उसना चावल के मिलों की संख्या और बढायें। निबंधित पैक्सों में सभी की क्रियाशीलता को लेकर आकलन करें। धान अधिप्राप्ति को लेकर तेजी से काम करें।
बैठक में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, सहकारिता मंत्री श्री सुबाष सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव श्री विनय कुमार, सहकारिता विभाग की सचिव श्रीमती बंदना प्रेयसी एवं मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार उपस्थित थे।
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