पटना, 18 जून 2022 :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वेब कास्टिंग के माध्यम से मुख्य सचिवालय स्थित सभा कक्ष से पंचायती राज संस्थाओं के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं। जब वर्ष 2005 में हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करने लिए कानून बनाकर काम किया। राष्ट्रीय प्रावधान के अनुसार पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए कम से कम एक तिहाई आरक्षण का प्रावधान किया गया था। वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं का चुनाव था। पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकाय चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण देनेवाला बिहार पहला राज्य बना। इससे बड़ी संख्या में महिलाएं समाज में प्रतिनिधित्व करने आगे आयीं। अब तो 50 प्रतिशत से भी अधिक महिलाएं चुनकर आने लगी हैं।
वर्ष 2001 के चुनाव में किसी को कोई आरक्षण नहीं था। हमलोगों ने पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकाय चुनावों में अति पिछड़े वर्ग को 20 प्रतिशत, अनुसूचित जाति को 16 प्रतिशत तथा अनुसूचित जनजाति को भी 1 प्रतिशत के आरक्षण का प्रावधान कर दिया। यह भी तय किया कि दो चुनाव के बाद आरक्षित क्षेत्रों का रोटेशन होगा ताकि सभी लोगों
मौका मिले। इसका नियमों के मुताबिक प्रावधान हमलोगों ने कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 14वें वित्त आयोग में केंद्र से जो पैसा आया उसमें पंचायत स्तर पर ही पैसा मिला। जिला और प्रखंड स्तर पर भी राशि मिलने के प्रावधान के लिए हमलोगों ने काफी प्रयास किया और उसके बाद 15वें वित्त आयोग में तीनों स्तर पर आवंटन का प्रावधान कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा रहा है। हमलोगों ने पंचायत सरकार भवन नाम दिया यानी जो भी व्यवस्था है सिर्फ राज्य में सरकार के तौर पर नहीं है बल्कि बाकी लोगों की भी सरकार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 3200 पंचायत सरकार भवन के निर्माण का काम शुरू है जिसमें 1484 में काम पूरा हो गया है, बाकी का काम भी जारी है। 2000 पंचायत सरकार भवनों का और प्रावधान किया गया है। अगले वर्ष बचे हुए सभी पंचायतों के लिए भी स्वीकृति दे दी जायेगी। हमलोग चाहते हैं कि सभी जगह पंचायत सरकार भवन बने। पंचायत सरकार भवन में ऐसी व्यवस्था हो कि लोगों की समस्याओं का समाधान ठीक ढंग से हो ताकि गांव के लोगों को सहूलियत हो। हमने कई पंचायत सरकार भवनों का निरीक्षण •किया है. इस दौरान सुविधाएं बढ़ाने के लिए भी कहा है। साथ ही लोगों का काम बेहतर तरीके से हो सके इसका ध्यान रखने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 से सात निश्चय का काम हमलोगों ने शुरू किया इसके तहत हर घर नल का जल पहुंचाया गया। हर घर तक पक्की गली-नाली का निर्माण कराया गया। हर घर में शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। जहां पानी में आयरन, आर्सेनिक और फ्लोराइड की शिकायतें हैं वहां लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के माध्यम से लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति करायी जा रही है बिहार में हर घर नल का जल लगभग पूरा कर लिया गया है, इसमें कई जगहों पर समस्याएं आयीं उसका निदान कर काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आप जनप्रतिनिधियों से अनुरोध है कि किसी के बहकावे में न आएं आपको जो जिम्मेदारी मिली है उसे पूरा करें। जिला के सारे अधिकारियों से कहूंगा कि पहले जो कार्य किए गये हैं और उसमें अगर त्रुटि आयी है, कहीं कोई दिक्कत है तो उसका निदान करें जो भी कार्य किये जा रहे हैं उन सब चीजों पर भी नजर रखें। उन्होंने कहा कि सात निश्चय -2 के लिए भी हमलोगों ने काम शुरु कर दिया है। हर गांव के सभी वार्डों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगायी जाएगी, जिससे रात भर रौशनी रहेगी उसके लिए विभाग ने काम करना शुरु कर दिया है। लोगों के आवागमन को और बेहतर बनाने के लिए काम किया जायेगा। लोगों के इलाज के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए काम तो किया ही गया है. पशुओं के इलाज के लिए भी सारी व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू किया गया। बड़ी संख्या में महिलाएं जनप्रतिनिधि हैं शराबबंदी के क्रियान्वयन पर नजर रखें बाल विवाह एवं दहेज प्रथा पर भी नजर रखनी है। समाज सुधार अभियान के तहत हमलोगों ने 12 जगहों पर कार्यक्रम किया। वर्ष 2018 के सर्वे के अनुसार 1 करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। शराबबंदी लागू होने के बाद समाज में बड़ा परिवर्तन आया है। सब्जी, फल, दूध की बिक्री बढ़ी है। उन्होंने कहा कि शराब पीनेवाले कुछ लोग खुद को काबिल समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। हम सबसे आग्रह करते हैं कि आपलोग इलेक्टेड हैं समाज सुधार के कार्यों पर भी ध्यान दें। विवाह के लिए 18 साल से कम उम्र में लड़की की शादी नहीं होनी चाहिए यह कानून बना हुआ है।
कम उम्र में शादी होने से कई प्रकार की परेशानियों होती हैं। उन्होंने कहा कि दहेज लेना बुरी चीज है शादी करने के लिए दहेज लेना गलत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2016 में पूरी दुनिया का सर्वे कराया था जिसकी रिपोर्ट 2018 में प्रकाशित की गयी थी जिसमें बताया गया कि शराब पीने से 30 लाख लोगों की मृत्यु होती है यानी दुनिया में जितनी मृत्यु होती है उसका 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से होती है। 20 से 30 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। शराब पीने से 200 से अधिक प्रकार की बीमारियां होती है। शराब सेवन के दुष्परिणामों के संबंध में बुकलेट के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जा रही है यह घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान बापू ने कहा था शराब बहुत बुरी चीज है, यह न सिर्फ पैसा छिनती है बल्कि बुद्धि भी हर लेती है। शराब पीने वाला इंसान हैवान हो जाता है। ये राष्ट्रपिता बापू ने कहा था। इसको भी हमने बुकलेट में अंकित करा दिया है। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा, बाल विवाह को लेकर भी लोगों को सतर्क रहना और जागरूक करते रहना है। समाज सुधार अभियान जो शुरू किया गया है वह निरंतर जारी रखना है।
जिस विवाह दहेज लिया जाए उसमें लोग शामिल न हों। जिस कार्ड पर दहेज मुक्त विवाह लिखा रहता है हम उसी विवाह कार्यक्रम में शामिल होते हैं। नई पीढ़ी के एक-एक बच्चे को भी इन सारी चीजों से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत जो देहाती इलाके में जिनके जीविकोपार्जन का कोई साधन नहीं है उनकी स्थिति में सुधार करने के लिए 1 लाख रुपये तक का सहयोग सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत दिया जा रहा है। जो लोग शराब का धंधा करते थे, छोड़ने के बाद उनको भी इसका लाभ दिया जा रहा है। अब इसको और विस्तार देते हुए हमलोगों ने ताड़ी की जगह नीरा का उत्पादन करनेवालों को भी सहयोग दे रहे हैं। नीरा स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है। यह स्वादिष्ट है। इससे गुड़ और पेड़ा भी बनता है। नीरा का उत्पादन करनेवालों को जरुरत पड़ने पर 1 लाख रूपये तक का सहयोग किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले लोग शाम होते घर से नहीं निकल पाते थे। हमलोगों ने कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काम किया। समाज में प्रेम और भाईचारा का माहौल बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। सड़क का निर्माण गांव से लेकर शहर तक किया जा रहा है। कृषि के क्षेत्र के विकास के लिए भी कई कार्य किए जा रहे हैं। जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं उन सभी चीजों को मेंटेन करना भी बहुत जरुरी है। सड़क, पुल, पुलिया, सरकारी भवनों को मेंटेन रखना है।
आप सबसे आग्रह कि सभी चीजों का ध्यान रखें। इन सब चीजों को देखते रहें, तत्पर होकर काम करते रहें। उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि प्रशिक्षण के दौरान अपने दायित्वों की पूरी जानकारी लें। लोगों के द्वारा आप सभी निर्वाचित हुए हैं, आपको अवसर मिला है। आपकी जीत पर आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं। अपने दायित्वों को समझकर उसका ठीक ढंग से निर्वहन करेंगे तो समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी और लोकप्रियता भी रहेगी। प्रशिक्षण के दौरान हर चीज की पूरी जानकारी लें। आपके द्वारा भी कोई सुझाव होंगे तो उसका भी स्वागत है। सरकार के द्वारा चलायी जा रही योजना की भी ठीक ढंग से जानकारी लें। हम आप सबको आश्वस्त करते हैं कि सरकार पूरे तौर पर आपको सहयोग करेगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत पंचायती राज मंत्री श्री सम्राट चौधरी ने पौध गुच्छ भेंटकर किया।
कार्यक्रम के दौरान पंचायती राज संस्थाओं के कार्यों पर आधारित एक लघु चलचित्र का भी प्रदर्शन किया गया ।
• कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण सामग्री के अंतर्गत 5 पुस्तिका का भी लोकार्पण किया ।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी, पंचायती राज मंत्री श्री सम्राट चौधरी, विकास आयुक्त श्री विवेक कुमार सिंह एवं पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव श्री मिहिर कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्मंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, प्रधान सचिव / सचिवगण उपस्थित थे, जबकि वेब कास्टिंग के माध्यम से जिलाधिकारीगण, प्रखंड स्तर के पदाधिकारीगण, कर्मीगण, जिला परिषद्, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत, ग्राम कचहरी के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे ।
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