पटना, 20 अगस्त 2022 :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज सड़क मार्ग से नालंदा, शेखपुरा, जमुई एवं लखीसराय जिले में अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये ।
मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से दनियावां होते हुये नालंदा जिले के नगरनौसा, चण्डी, माधोपुर, बिन्द प्रखण्ड में धान की रोपनी के आच्छादन का जायजा लिया। शेखपुरा में भी मुख्यमंत्री ने धान रोपनी के आच्छादन का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने जमुई जिला के सिकंदरा, अलीनगर के क्षेत्र में धान रोपनी के आच्छादन का जायजा लिया।
अलीनगर के किसान मो० शमीम से मुख्यमंत्री ने धान रोपनी की स्थिति की जानकारी ली। किसान मो० शमीम ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां बारिश कम हुयी है, यहां का भू-जलस्तर नीचे है जिससे सिंचाई कार्य में दिक्कत हो रही है। सकरी और रांटी नदी को अगर आपस में जोड़ दिया जाय तो शेखपुरा, नवादा एवं लखीसराय जिले में किसानों के सिंचाई का स्थाई समाधान हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन – सह – जल संसाधान विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल को निर्देश दिया कि इसका अध्ययन करा लें।
मुख्यमंत्री ने जमुई जिले के हलसी और लखीसराय जिले के घोंघसा में भी अल्प वर्षापात के कारण धान की रोपनी की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने घोंघसा में किसानों से बात कर स्थिति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों के लिये सिंचाई कार्य का प्रबंध करायें ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो और उनकी फसल अच्छी हो। उन्होंने कहा कि अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति पर पूरी नजर रखें और किसानों को सहायता देने के लिए पूरी तैयारी रखें। संभावित सूखे की स्थिति में किसानों को हरसंभव मदद देने की योजना बनाएं। उन्होंने कहा कि डीजल अनुदान योजना के तहत किसानों को डीजल अनुदान का लाभ तेजी से दिलाएं ताकि उन्हें राहत मिल सके। किसानों को 16 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति करें। बिजली की उपलब्धता रहने से किसानों के लिये सिंचाई कार्य में सहूलियत होगी और जितने क्षेत्रों में धान की रोपनी हुई है उसका बचाव हो सकेगा। वैकल्पिक फसल योजना के तहत इच्छुक किसानों को जल्द-से-जल्द बीज उपलब्ध कराएं ताकि किसानों को कृषि कार्य में राहत मिल सके।
सड़क मार्ग से जायजा लेने के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, कृषि विभाग के सचिव श्री एन0 सरवन कुमार, आपदा -सह- जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, संबंधित जिलों के जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।
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