मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी स्व० रामबहादुर सिंह और स्वo पद्मानंद सिंह ‘ब्रह्मचारी’ की आदमकद प्रतिमा का किया अनावरण
पटना, 27 अक्टूबर 2023 :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज सहरसा जिले के पंचगछिया ग्राम के भगवती प्रांगण में ‘कोसी का गांधी’ स्वातंत्र्यवीर स्व0 रामबहादुर सिंह और उनके ज्येष्ठ पुत्र प्रखर स्वतंत्रता सेनानी स्व० पद्मानंद सिंह ‘ब्रह्मचारी’ जी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा अनावरण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने स्व० रामबहादुर सिंह एवं स्व० पद्मानंद सिंह ‘ब्रह्मचारी जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व० रामबहादुर सिंह एवं स्व0 पद्मानंद सिंह ब्रह्मचारी जी की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में आने का मौका मिला है। आप सबने मुझे आमंत्रित किया इसके लिए आप सभी का मैं अभिनंदन करता हूं और स्व0 रामबहादुर सिंह एवं स्व० पद्मानंद सिंह ब्रह्मचारी जी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। स्व० रामबहादुर सिंह पूर्व सांसद श्री आनंद मोहन जी के दादाजी थे और स्व० पद्मानंद सिंह ब्रह्माचारी जी इनके चाचाजी थे। पूर्व सांसद श्री आनंद मोहन जी और उनकी पत्नी पूर्व सांसद श्रीमती लवली आनंद जी ने मुझे इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। इनलोगों से मेरा पुराना पारिवारिक संबंध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामबहादुर बाबू का जन्म 1901 ई0 में हुआ था और उनकी मृत्यु 1950 ई0 में हो गई थी। रामबहादुर बाबू स्वामी सहजानंद सरस्वती जी के संपर्क में 1919 ई0 में आए और अंग्रेजों द्वारा लाए गए काले कानून रॉलेट एक्ट का विरोध करते हुए अपनी गिरफ्तारी दी थी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के असहयोग आंदोलन को सफल बनाने के लिए रामबहादुर बाबू 1920 ई0 में सैकड़ों लोगों के साथ मिलकर कोसी सेवक दल का गठन किया और कोसी क्षेत्र में विदेशी कपड़ों का बहिष्कार किया तथा खादी ग्राम उद्योग की शुरुआत की। 1925 ई० में जब गांधीजी बिहार आए थे और पूर्णिया, अररिया, फारबिसगंज आदि जगहों पर गए तो भ्रमण के दौरान रामबहादुर बाबू उनके साथ रहे थे। 1930 ई0 में उन्होंने गांधीजी के नमक सत्याग्रह आंदोलन में भी भाग लिया। रामबहादुर बाबू ने बापू से प्रेरणा लेकर लोगों को नशा से दूर रहने का आहवान किया था। आज आपसब यहां उपस्थित हैं मैं यहां आपलोगों से भी कहना चाहता हूं कि बापू की बातों को याद रखें और लोगों को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित करते रहें। वर्ष 1934 ई0 में जब बिहार में भूकंप आया था और गांधीजी भूकंप पीड़ितों से मिलने मुंगेर पहुंचे थे तो पंचगछिया ग्राम भी आकर रामबहादुर बाबू से मिले थे क्योंकि इनका घर भी भूकंप में ध्वस्त हो गया था। ऐसी स्थिति में भी रामबहादुर बाबू की धर्मपत्नी कुंती देवी जी ने अपना धन बापू के समक्ष दान में दे दिया था ताकि पीड़ितों की मदद की जा सके। 1942 ई0 के भारत छोड़ो आंदोलन में भी रामबहादुर बाबू ने सक्रिय भूमिका निभाई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामबहादुर बाबू के पुत्र पद्मानंद सिंह ब्रह्माचारी’ जी ने भी 1942 ई0 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। पद्मानंद सिंह जी का जन्म वर्ष 1921 में और मृत्यु वर्ष 2016 में हुई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, आनंद
मोहन जी से मेरा पारिवारिक संबंध है। इनके घर हम पहले भी आते रहे हैं और इनके माताजी – पिताजी से आशीर्वाद लेते रहे हैं। आज प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम के अवसर पर आकर मुझे खुशी हो रही है। कुछ लोग देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं लेकिन हम सबको सचेत रहना है। सभी लोग नयी पीढ़ी को इतिहास के बारे में बताते रहिए और उन्हें महापुरुषों के कार्यों एवं उनके योगदान के बारे में प्रेरित करते रहें। हम आपलोगों की सेवा करते रहेंगे। आपलोगों की समस्या के समाधान के लिए कोशिश करते रहेंगे। देश की आजादी के इतिहास को भुलाइएगा नहीं और सभी लोग मिलकर देश को आगे बढ़ाते रहिए ।
कार्यक्रम के आयोजक फ्रेंड्स ऑफ आनंद के द्वारा मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र, प्रतीक चिह्न एवं मखाना की बड़ी माला पहनाकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पूर्व सांसद श्री आनंद मोहन, पूर्व सांसद श्रीमती लवली आनंद, विधायक श्री चेतन आनंद, श्री आनंद मोहन के सुपुत्र श्री अंशुमन आनंद, पूर्व मुखिया श्री चंद्रशेखर ठाकुर और फ्रेंड्स ऑफ आनंद के प्रदेश अध्यक्ष श्री पूर्णानंद यादव ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री श्री रत्नेश सादा, विधायक श्री पन्ना लाल पटेल, विधायक श्री गुंजेश्वर साह, सहरसा के जदयू जिलाध्यक्ष श्री चंद्रदेव मुखिया, पंचगछिया ग्राम पंचायत के मुखिया श्री रौशन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, फ्रेंड्स ऑफ आनंद के सदस्यगण, कोसी प्रमंडल के आयुक्त श्री मनोज कुमार, कोसी प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री शिवदीप लांडे, सहरसा के जिलाधिकारी श्री वैभव चौधरी, सहरसा के पुलिस अधीक्षक श्री उपेंद्रनाथ वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
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