मेक इन इंडिया मुहिम को रफ्तार दे रहा है, आत्मनिर्भरबिहार : अरविन्द सिंह

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29 अक्टूबर पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि मेक इन इंडिया  मुहिम को रफ्तार दे रहा है, आत्मनिर्भरबिहार।आधुनिक कृषि, बढावा देते हुए एनडीए सरकार पुआल प्रबंधन के लिए किसानों को 12 लाख रुपए तक का अनुदान देगी।

आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ते कदम …बिहार में।

पहले चरण में प्रदेश में बनेगा 328 कृषि यंत्र बैंक।

 प्रदेश में बनेगा 25 स्पेशल कस्टमर हायरिंग सेंटर।

 20 लाख तक के कृषि यंत्रों पर 80 प्रतिशत मिलेगा अनुदान।

मंदार में बने बिहार के दूसरे रोप-वे का शुभारंभ हो गया है। अब मंदार पर्वत के शिखर तक जा सकेंगे सैलानी। इससे बिहार में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही रोजगार और उद्यमशीलता में वृद्धि आएगी।

 भारतीय रेल इसका इस्तेमाल डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के लिए करेगी।

 मधेपुरा रेल कारखाना में 12 हजार HP का निर्मित देश का सबसे शक्तिशाली एसी विद्युत इंजन ट्रैक पर दौड़ा और देश के साथ प्रदेश गौरव बढा रहा है।

 देश का इंजीनियरिंग निर्यात संचयी रूप से अप्रैल-सितंबर, 2021 में बढ़कर 52.3 अरब डॉलर हो गया है, जो पिछले साल इसी अवधि में 32.4 अरब डॉलर था।

 मोदी सरकार ग्रामीण भारत में ग्रामीण शिक्षा और कौशल विकास को मजबूत कर रही है, 3.86 लाख से अधिक केंद्रों में प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।

 पीएमजीदिशा के तहत ग्रामीणों को दी जा रही डिजिटल शिक्षा।

 प्रशिक्षण केंद्र 3.86 लाख से अधिक चल रहे है।

 पंजीकृत छात्र 5.31 करोड़ से अधिक है।

 प्रशिक्षण पूरा हुआ 4.5 करोड़ से अधिक छात्रों का।

 पीएम दिशा के तहत पीएम ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान देश में मजबूती से चल रही है।

श्री अरविन्द ने कहा है की स्वस्थ भारत की संजीवनी बन रही है प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना। आयुष्मान भारत कार्यक्रम ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए वार्षिक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान किया है।

 इससे 2 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं और अब तक 16.94 करोड़ स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए जा चुके हैं।

आयुष्मान भारत’ योजना के अंतर्गत अभी तक 2.33 करोड़ मरीजों का नि:शुल्क ईलाज किया जा चुका है।

अब ना होगा कोई लाचार, बीमारियों का होगा मुफ्त उपचार, भारत को ‘आयुष्मान भारत’ में बदल रही है मोदी सरकार।

 स्वस्थ भारत के उद्देश्य से मोदी सरकार देश भर में मेडिकल शिक्षा को बढ़ावा दे रही है। देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या मार्च 2014 में 387 के मुकाबले अक्टूबर 2021 में बढ़कर 554 हो गई है।

 2014 से पहले हमारे देश में मेडिकल की सीटें 90,000 से भी कम थीं। बीते 7 वर्षों में देश में मेडिकल की 60,000 नई सीटें जोड़ी गई हैं।

हमारे हेल्थकेयर सिस्टम में दशकों तक जो बड़ी कमी रही, उसने गरीब और मिडिल क्लास में इलाज को लेकर हमेशा एक चिंता पैदा की। ‘आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन’ उसी कमी को दूर करने का एक समाधान है।

दूसरे तरफ मोदी सरकार द्वारा लाए गए परिवर्तनकारी सुधारों के कारण, भारत के व्यापारिक निर्यात में साल-दर-साल वृद्धि ने सभी G7 देशों के प्रदर्शन को प्रभावित किया है।

बीते पांच वर्षों में भारत का रक्षा निर्यात 334% तक बढ़ गया है और अब भारत 75 से अधिक देशों को सैन्य उपकरणों का निर्यात कर रहा है।

मा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने लोगों को पसंद आयें, ऐसी नीतियां नहीं बनाई, जो नीतियाँ लोगों के लिए अच्छी हों, ऐसी नीतियां बनाने का कार्य किया।

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