महिलाएं देवी मंदिरों व ओबीसी मोर्चा के सदस्य वाल्मीकि मंदिरों में करेंगे सफाई- तावड़े
- मोर्चों की संयुक्त बैठक में युवा व महिला मोर्चा को 25 लाख नए युवा मतदाताओं को जोड़ने का मिला लक्ष्य
- महिला मोर्चा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मिल कर उन्हें दें केन्द्र की योजनाओं की जानकारी
- युवा व दलित संवाद, दलित बस्तियों में रात्रि प्रवास, समाज की छोटी जातियों के बीच जाने व उन्हें भाजपा से जोड़ने का मिला टास्क
- अयोध्या जाने वाली ट्रेनों में दर्शनार्थिओं का सहयोग करें मोर्चा के कार्यकर्ता
पटना, 07.01.2024
भारतीय जनता पार्टी, बिहार के विभिन्न मोर्चों की संयुक्त बैठक को रविवार को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने युवा, महिला, ओबीसी, किसान आदि मोर्चों को नए साल का टास्क दिया। उन्होंने कहा कि 14 से 22 जनवरी तक एक सप्ताह तक बिहार के सभी 45 हजार गांवों के मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाएं। 22 जनवरी को सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना व प्रसाद वितरण कर वहां उपस्थित लोगों को सम्बोधित करें और संध्या 05 बजे यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों में दीपक जलें। 25 लाख युवा मतदाताओं को भाजपा से जोड़े, युवा संवाद, युवा सम्मान के साथ ही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के बीच जाकर उन्हें केन्द्र की योजनाओं से अवगत कराएं।
इस मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि महिला मोर्चा की महिलाएं देवी मंदिरों व ओबीसी मोची के सदस्य वाल्मीकि मंदिरों की सफाई अपने जिम्मे लें। इसमें जन सहयोग लें, अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें। हम सब माता जानकी के जन्मस्थान से जुड़े हुए हैं। बिहार वासियों को अयोध्या में निर्मित नव्य, भव्य श्रीराम मंदिर और वहां श्रीरामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के साथ ही जन-जन के अराध्य श्रीराम के षौर्य और व्यक्तित्व से अवगत कराएं। इस बैठक में राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा,संगठन महामंत्री,प्रदेश महामंत्री भी मौजूद थे।
प्रदेश अध्यक्ष श्री चौधरी ने कहा कि देश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जिम्मे जितने भी काम सौंपा था, अपने पौने दस साल के कार्यकाल में उसे उन्होंने पूरा किया है। अब हम सबको 2024 के आम चुनाव के बाद एक बार फिर उन्हें भारी बहुमत से प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लेना है। मूल पार्टी के लोग चुनाव कार्य में लगे हैं, इसलिए भाजपा के विभिन्न मोर्चों को अलग-अलग क्षेत्रों में अपने-अपने दायित्वों को निर्वाह करना है।
उन्होंने कहा कि युवा मोर्चा युवा अधिवेशन करें। महिला मोर्चा के सहयोग से या दोनों मिलकर युवा-युवती सम्मेलन करें। ऐसे 25 लाख युवा/युवती जो 18 वर्ष की आयु पूरा कर पहली बार मतदाता बने हैं, को भाजपा से जोड़ें। युवाओं के बीच जाएं, यूपीएससी, बीपीएससी, नीट या इंजीनियरिंग में बढ़िया करने वाले युवाओं व युवतियों को सम्मानित करें।
महिला मोर्चा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भाजपा से जोड़ने का अभियान चलाएं। यह योजना केवल राज्य सरकार की नहीं बल्कि भारत सरकार की भी है। केन्द्र इसके लिए राशि देता है और केन्द्र के बैंकों से इसका वित पोषण होता है। नरेन्द्र मोदी की सरकार के पहले बिहार में मात्र 17 लाख महिलाएं इस योजना से जुड़ी थीं, अभी उनकी संख्या डेढ़ करोड़ हो गई है। पूरे देश में 10 लाख महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी है। अधिक से अधिक महिलाओं को इससे जोड़ने की आवष्यकता है।
श्री चौधरी ने कहा कि ओबीसी मोर्चा दलित या अम्बेदकर युवा संवाद करें। दलित बस्तियों में एक रात्रि प्रवास के कार्यक्रम को फिर से शुरू करें। ऐसी जातियां जो भाजपा से पूरी तरह जुड़ी हुई नहीं है, प्रदेश के किसी खास क्षेत्र तक सिमटी हुई है मसलन थारू, गंगोता, नागर, गंगई, राजबंशी आदि के बीच जाए और उन्हें भाजपा के बारे में बताएं। बिहार में ऐसी 217 जातियां हैं, इनमें से कई छुटी हुई हैं, जिन्हें भाजपा से जोड़ने की जरूरत हैं।
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