ग्रामीण इलाकों की आबादी को पहले के मुकाबले मिल रही अधिक सुविधा
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में शीघ्र ही 200 हेल्थ एंड वेल्नेस सेंटर के नए भवन का निर्माण होगा। 496 हेल्थ एंड वेलनेस के नए भवन निर्माणधीन है। अब तक प्रदेश में दो हजार 328 सेंटर क्रियाशील हैं। जब ये सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के निर्माण की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी, तो बिहार में इन केंद्रों की संख्या बढ़कर तीन हजार 24 हो जाएगी।
श्री पांडेय ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खुलने से ग्रामीण इलाकों की आबादी को पहले के मुकाबले उपचार में बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। राज्य में अन्य स्वास्थ्य उपकेंद्रों एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस में विकसित करने की भी प्रक्रिया की जा रही है। राज्य में (एचडब्लूसी) सेंटर तीन श्रेणियों में संचालित की जाती है। इसमें स्वास्थ्य उपकेंद्र 1181, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 1049 एवं 98 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। यहां गैर संचारी रोग जैसे ब्लड प्रेशर, डायबटिज और कैंसर की समय-समय पर स्क्रीनिंग मुहैया करवायी जा रही है। यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार की संयुक्त कार्ययोजना है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में गुणवत्ता लाने में नयी उपलब्धि है।
श्री पांडेय ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार की नेशनल हेल्थ मिशन, एनएचएम के सहयोग से जो नए सेंटरों का निर्माण होगा, जिसके लिए राशि की स्वीकृति मिल गयी है। राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग इनकी मॉनिटरिंग कर रहा है। ग्रामीण इलाकों में संचालित इन सेंटरों पर जो सेवाएं दी जा रही है, उनमें मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य के साथ-साथ रिप्रोडक्टिव मैटरनल न्योनटल चाइल्ड हेल्थ एंड एडोल्सेंट (आरएमएनसीएच) के अलावे गैर संचारी रोग की स्क्रीनिंग शामिल हैं। सेंटर पर ई-संजीवनी द्वारा टेलीमेडिसन की सुविधा भी उपलब्ध है।
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