बिहार सरकार के उद्द्योग मंत्रालय तथा वस्त्र मंत्रालय केन्द्र सरकार के अन्तर्गत हस्तशिल्प विकास आयुक्त के संयुक्त तत्वावधान में उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान केन्द्र द्वारा किया गया कार्यशाला का आयोजन
राज्य में हस्तशिल्प के विकास, इसके उत्पादों की मार्केटिंग, बैंक और वित्तीय संस्थाओं के योगदान तथा शिल्पियों के विकास से जुड़े मामलों पर प्रकाश डाला गया
प्रसिद्ध ब्रांड रेडियेटर कंपनी पटना की संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक हिमानी मिश्रा ने हस्तशिल्प के उत्पादों की ई मार्केटिंग और प्रसार पर प्रभावी रूप से प्रकाश डाला
पटना, 23 मार्च 2024 आज पटना के लीलावती होटल में राज्य में हस्तशिल्प के विकास विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्योग मंत्रालय, बिहार सरकार तथा वस्त्र मंत्रालय केन्द्र सरकार के अन्तर्गत हस्तशिल्प विकास आयुक्त के संयुक्त तत्वावधान में उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान केन्द्र द्वारा किया गया इस कार्यशाला का आयोजन। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बिहार के शिल्पकारों के बीच हस्तशिल्प उत्पादों के प्रभावी उत्पादन इसके विपणन तथा इसके व्यापक प्रचार प्रसार के तरीकों की आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराना था। इसमें हस्तशिल्पकला और इसके उत्पादों के विकास के लिए राज्य तथा केंद्र सरकार की योजनाओं और प्रयासों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई इस कार्यशाला में हस्तशिल्प उत्पादन, विपणन, बैंकिंग एवं वितीय संस्थाओं से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा उपस्थित शिल्पियों को अपने अपने विधाओं की महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गयीं।
इसी सिलसिले में पटना की प्रसिद्ध डिजिटल मार्केटिंग कंपनी ‘ब्रांड रेडियेटर की संस्थापक तथा प्रबंध निदेशक हिमानी मिश्रा दद्वारा राज्य में हस्तशिल्प उत्पादों के विकास के लिए इसके प्रभावी ई मार्केटिंग तथा व्यापक प्रचार प्रसार के आधुनिकतम तरीकों के बारे में उपस्थित शिल्पियों को विस्तार से जानकारी दी गयी। हिमानी मिश्रा ने कहा कि आज शिल्पियों
हस्तशिल्प और इसके उत्पादों के विकास के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार कई प्रभावशाली योजनाएं चला रहीं हैं जिससे उनका लोकल उत्पाद विश्वभर में अपनी पहचान और प्रभावी बाजार बना सके। लेकिन इसके लिए लोकल टू ग्लोबल उद्देश्य से संबंधित सरकार के प्रयासों और योजनाओं की समुचित जानकारी शिल्पियों को होनी जरूरी है तभी इसका फायदा मिल पाएगा। इसलिए इन नीतियों और योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार भी अत्यंत आवश्यक है।
कार्यशाला में उपस्थित राज्य के शिल्पियों और हस्तशिल्प से जुड़े अन्य लोगों की प्रतिक्रिया और उत्सुकता से जाहिर था कि हिमानी मिश्रा द्वारा दी गयी महत्वपूर्ण जानकारी और प्रस्तुति से वे काफी संतुष्ट और प्रभावित थे।
इस कार्यशाला में उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान केंद्र की अधिकारी श्रीमती पम्मी कुमारी, श्री हर्ष, श्री गोपी साल्वी, श्री विकास राय सहित जिला उददयोग केंद्र के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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