तमिलनाडु में मजदूरों के मामले में सरकार पदाधिकारियों की रिपोर्ट जारी करें,
सासाराम नालंदा में दंगा की हो एन.आई. ए से जांच,
सरकार द्वारा जांच प्रभावित करने का षड्यंत्र
दंगों की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से हो जांच,
पटना,5 अप्रैल 2023
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने आज सदन शुरू होते ही कहा कि विपक्ष के द्वारा राज्य के ज्वलंत मुद्दों को 27 फरवरी से शुरू सत्र में उठाया गया लेकिन सरकार ने एक भी मामले में संज्ञान नहीं लिया।
श्री सिन्हा ने सदन में वक्तव्य देते हुए कहा कि सासाराम,नालंदा,मुजफ्फरपुर, भागलपुर,गया सहित राज्य में हुए दंगा एवं अपराध पर सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया। मंत्री इजराइल मंसूरी पर FIR नही करना,मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी जांच रिपोर्ट नही देना, जेठूली नरसंहार, छपरा में जहरीली शराब से मौत पर मुआवजा, बालू माफियाओं द्वारा गोलीबारी, शिक्षक नियोजन, शिक्षक अभ्यर्थी, अभियंताओं की नियुक्ति, रोजगार जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। साथ ही दारोगा बहाली में पूर्व DGP सिंघल के भ्रष्टाचार पर भी सरकार मौन क्यों,MKCL के रिपोर्ट भी सदन पटल पर सरकार रखे।
श्री सिन्हा ने संसदीय कार्य मंत्री के सदन में अल्प बयान को असत्य करार देते हुए कहा कि यह बात घुमा रहे हैं। किसी भी मामलों में सरकार ने कोई रुचि नहीं ली और विपक्ष की मांग जस की तस पड़ी है। डा. संजय कुमार के अपहरण सहित कई अपहरण के मुद्दे पर भी सरकार ने कोई जबाब नहीं दिया।
श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार नालंदा-सासाराम के दंगों की निष्पक्ष जाँच करने में असफल हो गई है। तुष्टीकरण के तहत जाँच को प्रभावित किया जा रहा है। पीड़ित हिन्दुओं की उल्टे जाँच में प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रशासन के शीर्ष पर बैठे अधिकारी की दंगों के मामले में भूमिका की जाँच होनी चाहिये। फर्जी मदरसे मे आतंकवादीयों के पहनगार की जाँच, PFI आदि विषय पर भी सरकार मौन क्यों।
श्री सिन्हा ने कहा कि हम इन दंगों की हाईकोर्ट के सिटिंग जज एवं एन.आई.ए से जाँच की मांग करते है। ऐसा होने पर दूध का दूध और पानी का पानी निकलकर सामने आ जायेगा। समाधान यात्रा में जहरीली शराब से मृतक की मुआवजा एवं न्यायिक जाँच की मांग की गई पर कुछ नहीं हुआ।
श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार संवेदनहीन हो गयी है। गया जिला के नगर प्रखंड के चाकंद रामनवमी समिति के छोटे जूलुस पर भी पत्थर बाजी कर हमला किया गया और पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की।
श्री सिन्हा ने कहा कि यदि हिन्दुओं को न्याय नहीं मिला तो भाजपा सदन से सड़क तक संघर्ष करेगी और इनके प्रतिशोधात्मक दमन के विरोध में जेल भरने से भी पीछे नहीं हटेगी।
श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार सदन संचालन में भी अध्यक्ष को निदेश दे रही है। सत्ता पक्ष से इशारा मिलने पर ही सदन 2 बजे तक के लिये स्थगित किया गया। सरकार ने ऐसा इसलिये कि उसे सदन में दंगा जैसे गंभीर विषय पर वक्तव्य न देना पडे़। मुख्यमंत्री बाहर बोल रहे हैं लेकिन सदन में आकर बोलने में अपनी तौहीन समझ रहे हैं। उनकों याद होना चाहिये कि वे सदन नेता हैं। लोकतंत्र की हत्या न करे अध्यक्ष। विपक्ष की आवाज को दबाने और डरानेs के लिए मार्शल से विधायक को सदन से बहार करना आसन की मर्यादा निष्पक्ष नहीं दिखाई पड़ रही है। आसन को सरकार प्रभावित कर विपक्ष की आवाज को दबा रही हैA सदन चलने का क्या औचित्य है जब आसन सरकार के प्रवक्ता बन कर काम कर रहे है। विधान सभा में फिर से गलत एवं मनमाने नियुक्ति हेतु ऑनलाईन कंपनी का सहारा लिया जा रहा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि प्रदेष में भ्रष्टाचार और अराजकता इतनी बढ़ गई है की सरकार इसे छुपाने के लिए RTI का जबाब नहीं दे रही है।
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