राजकोट (गुजरात) ग्लोबल आयुर्वेदिक कॉलेज में प्राकृतिक चिकित्सा योगधाम में चल रहे पांच दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा योग शिविर में लीना त्रिवेदी ने योग अभ्यास करवाते हुए कहा कि योग मनुष्य जीवन के लिए विशेष महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि हर रोज प्रत्येक व्यक्ति कुछ समय योग प्रक्रियाओं के साथ जुड़कर अपने जीवन को अच्छा व स्वस्थ बना सकता है।
उन्होंने योग साधकों को कही कि योग मनुष्य और प्रकृति के बीच विचार संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है। इसके साथ-साथ यह स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र ²ष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। प्राकृतिक चिकित्सा योग शिविर में ताड़ासन, वज्रासन ,शवासन, कपालभाति ,अनुलोम विलोम, शीतली भ्रामरी, प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करवाया। लीना त्रिवेदी ने बताया कि मनुष्य को आज दौड़-धूप की जिदगी में अपने शरीर के लिए प्राण बचाने के लिए समय नहीं निकल रहा,
जबकि यह सबसे उत्तम है कि प्रत्येक व्यक्ति सुबह-सुबह अपने लिए कुछ समय योग प्रक्रियाओं के साथ जुड़कर अच्छा जीवन जीने का आनंद ले। शिविर में ग्लोबल आयुर्वेदिक कॉलेज की तरफ से निशुल्क औषधियों का वितरण किया गया। लीना त्रिवेदी ने एरोबिक्स योगा का अभ्यास भी करवाया और बताया कि योग करने से मोटापा, आलस्य, तनाव, चिता और भी बीमारियों से मुक्ति मिलती है। योग करने से तन-मन स्वस्थ होता है
लीना त्रिवेदी ने कही की जिस प्रकार गाड़ी की सर्विस करवाने के बाद गाड़ी अच्छे से चलती है उसी प्रकार योग करने से शरीर की शुद्धि होती है और हम निरोग हो जाते हैं। योग के द्वारा तन और मन स्वस्थ होता है। जिससे दवाओं पर लगने वाला पैसा बचता है और जीवन में आर्थिक समृद्धि आती है।
इस अवसर पर एक प्राकृतिक चिकित्सा व्याख्याता और योग शिक्षक के रूप में आमंत्रित किया गया ।
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