दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव का 75 साल की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया. उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव (Sharad Yadav) का 75 साल की उम्र में गुरुवार (12 जनवरी) को निधन हो गया. उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने लिखा, ‘पापा नहीं रहे.’ शरद यादव चार बार बिहार के मधेपुरा सीट से सांसद रहे हैं. वे जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष के साथ केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं. पूर्व मंत्री की तबीयत बिगड़ती जा रही थी और उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बयान जारी कर कहा कि शरद यादव को अचेत और अनुत्तरदायी अवस्था में फोर्टिस में आपात स्थिति में लाया गया था. जांच करने पर उनकी कोई पल्स या रिकॉर्डेबल ब्लड प्रेशर नहीं था. एसीएलएस प्रोटोकॉल के तहत उनका सीपीआर किया गया. सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, उन्हें बचाया नहीं किया जा सका और रात 10 बजकर 19 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. हम उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहते हैं.
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने उनके निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया कि, “श्री शरद यादव जी के निधन से बहुत दुख हुआ. अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया. वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे. मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं, शांति.”
उन्होंने जेडीयू से साल 2016 में इस्तीफा देने के बाद अपनी पार्टी का गठन किया था और उन्होंने नई पार्टी बनाई. इसके बाद इस पार्टी का उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर दिया. उनकी बेटी सुभाषिनी कांग्रेस में हैं.
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