डॉक्टरों और कर्मियों की संख्या बढ़ेगी, आधारभूत संरचना होंगे मजबूत
संविदा के आधार पर 89 मेडिकल ऑफिसर किए गए नियुक्त
पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सकीय सुविधा को बेहतर किये जा रहे हैं। केंद्र पर चिकित्सकों, परिचारिकाएं और कर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसी के तहत 89 मेडिकल ऑफिसर को संविदा के आधार पर नियुक्ति की गई है। सभी नवनियुक्त मेडिकल ऑफिसर को 31 दिसम्बर तक अपने अपने आवंटित जिला में योगदान देने का निर्देश दिया गया है।
श्री पांडेय ने कहा कि शहरी क्षेत्र में रहने वाले स्लम इलाके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य शहरी मिशन के तहत चयनित शहरों में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। फिलहाल, प्रदेश में 104 केंद्र संचालित हो रहे है। इसकी संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है, ताकि शहरी इलाके के स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुगमतापूर्वक और जल्द से जल्द इलाज मुहैया हो सके।
श्री पांडेय ने कहा कि केंद्र में सामान्य ओपीडी, प्रसव पूर्व जांच, ब्लड प्रेशर, पैथोलोजिकल जांच, दवाइयां और परिवार नियोजन की सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। यहां पर मरीजों को इलाज और दवाइयां मुफ्त में दी जाती है। कोरोना काल में भी प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए मरीजों का इलाज किया गया। कोरोना से बचाव को लेकर केंद्रों को मॉडल टीकाकरण केंद्र भी बनाया गया। केंद्र पर इलाज कराने वाले मरीजों की तादाद वर्ष दर वर्ष बढ़ती जा रही है। इसलिए शहरी इलाके के स्लम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शहरों में अधिक से अधिक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की प्रक्रिया चल रही और पहले से संचालित केंद्र सुदृढ़ किए जा रहे हैं।
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