शहर में जानवरों की लाश सड़ रही है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। सफाई कर्मी आंदोलन की धार तेज करने में लगे हैं। इस बीच नगर निगम दावा करता है कि हड़ताल टूट गई है। पटना हाईकोर्ट के संज्ञान लेते ही निगम ने सफाई कर्मियों की हड़ताल खत्म होने का दावा किया। लेकिन पटना के किसी भी मोहल्ले में कचरा गाड़ी नहीं आई है। निगम के इस दावे को अफवाह बताते हुए बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ का कहना है कि नगम झूठी अफवाह फैलाने का काम कर रहा है।
निगम को फोन कर परेशान लोग नहीं हटी गाय
राजीवनगर में नाला के पास 4 दिन पहले एक गाय मर गई। रात में किसी वाहन से ठोकर लगने के बाद उसकी मौत हो गई। सड़क से आस पास के लोगों ने उसे नाला की तरफ किनारा कर दिया था। सड़क की पटरी पर चार दिनों से गाय का शव पड़ा है लेकिन निगम ने इसे नहीं हटवाया। राजीव नगर के रहने वाले उमेश चौरसिया, राहुल, मुकेश और छेदी लिट्टी वाले का कहना है कि 4 दिनों से गाय मरी और इससे इतना बदबू उठ रहा है कि हालत खराब है। हर कोई निगम को फान कर थक गया है लेकिन गाय को नहीं हटाया गया है। राजीवनगर के लोगों का भी कहना है कि 4 दिन से गाय मरी है और निगम का कहना है कि हड़ताल खत्म हो गई है7 अगर हड़ताल खत्म हुई तो कचरा क्यों नहीं हटाया गया है।
हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने कहा निगम की अफवाह
चतुर्थ वर्गी सफाई कर्मी यूनियन के नंदलाल का कहना है कि निम अफवाह उड़ा रहा है। वह कर्मचारियों को मना नहीं पया तो अब अफवाह उड़ा कर लोगों को भ्रमित कर रहा है। नंदलाल का कहना है कि अभी हड़ताल नहीं टूटी है। सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। आंदोलन तब तक चलेगा जब तक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाता है।
उनका कहना है कि पटना हाईकोर्ट की सख्ती के बाद रातो रात निगम ने अफवाह फैला दी है। अगर हाईकोर्ट सख्त नहीं होता तो निगम ऐसा नहीं करता। अब हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि अब जल्द से जल्द हड़ताल को खत्म कराया जाए। अब निगम एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है।
जब हड़ताल खत्म तो क्यों नहीं कर रहे घोषण
नगर निगम का दावा है कि सफाई कर्मियों की हड़ताल खत्म हो गई है लेकिन ऐसा है तो हड़ताल पर जाने वाले क्यों नहीं घोषणा कर रहे हैं। पटना में मंगलवार को भी कचरा नहीं उठा है। ऐसे में सवाल यह है कि हड़ताल से वापस आने वाले कर्मचारी कहां सफाई कर रहे हैं। पटना के कई ऐसे मोहल्ले हें जहां जानवरों की लाश सड़ रही है लेकिन उठाई नहीं जा रही है। पटना पुलिस लाइन से लेकर राजीवनगर तक ऐसा है। आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
अब हड़ताल खत्म हो गई है फिर भी निगम को फोन करने के बाद भी सफाई के लिए गाड़ी नहीं आ रही है। बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह, महामंत्री अमृत प्रसाद एवं श्यामलाल प्रसाद ने अपने बयान में कहा कि नगर निकाय के कर्मियों की 12 सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर हड़ताल चल रही है जो जारी है। इसे खत्म करने की कोई घोषणा नहीं की गई है।
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