सीमांचल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा शुक्रवार से शुरू हाे गया. उनके इस दौरे से महागठबंधन की नींद उड़ी हुई है. वे अपने बयान से इस बात काे साबित करने में लगे हैं कि महागठबंधन की सभी गांठें मजबूत हैं. लेकिन, इन सबके बीच शिवानंद तिवारी के बयान से जदयू नेता भड़के हुए हैं. वहीं राजद नेता लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं. इससे लग रहा है कि अमित शाह की रैली के दबाव में महागठबंधन के नेता हैं. राजनीतिक विश्लेषकाें का मानना है कि विपक्ष को एक जुट करने का नीतीश कुमार का प्रयास तराजू पर मेंढक तौलने जैसा साबित हाे सकता है.
पटनाः शिवानंद तिवारी ने 21 सितम्बर को आरजेडी की राज्य परिषद की बैठक में नीतीश कुमार को सलाह दी थी कि 2025 में तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना कर आश्रम चलें, मैं भी उनके साथ चलूंगा. बाद में उन्हाेंने अपने इस बयान पर सफाई भी दी और कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा मैं तो उन्हीं की बात को आगे बढ़ा रहा था. जदयू के लोगों को दिक्कत है तो उन्हें नीतीश कुमार से ही सवाल करना चाहिए. लेकिन जदयू खेमे में शिवानंद तिवारी के बयान को लेकर काफी नाराजगी दिख रही है. शुक्रवार काे जदयू एमएलसी संजय सिंह ने शिवानंद तिवारी काे मानसिक रूप से दिवालिया बता दिया. इससे पहले गुरुवार काे मंत्री मदन सहनी ने भी कहा था कि शिवानंद तिवारी की अब उम्र हो गयी है. बोलना कुछ और चाहते होंगे बोला कुछ और गया हाेगा. कांग्रेस ने भी शिवानंद तिवारी के बयान को सही नहीं बताया था
राजद नेता शिवानंद तिवारी पर निशाना साधाः एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे जदयू एमएलसी संजय सिंह ने राजद नेता शिवानंद तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा कि, शिवानंद तिवारी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. उम्र के इस पड़ाव पर जिस रोग से वह ग्रसित हैं, उसकी दवा जदयू के पास नहीं है. मेडिकल दुकान वालों के पास उपलब्ध होगी. जहां से अपने रोग की दवा लेकर अपना इलाज करें. पूरे देश की निगाहें इस वक्त नीतीश कुमार की ओर टिकी हुई है. आश्रम जाने की जरूरत किसे है वह तेजस्वी प्रसाद यादव से ही पूछ लें.
राजद से आर पार के मूड में जदयूः हाल ही में राजद की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में राजद नेता शिवानंद तिवारी ने खुले मंच से नीतीश कुमार को यह सुझाव दिया था कि, नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाकर खुद आश्रम में चले जाएं. राजद नेता के इस बयान का ना तो राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और ना ही तेजस्वी यादव के द्वारा खण्डन किया गया. जिसको लेकर जदयू नेताओं में आक्रोश है. यही कारण है कि जदयू नेता शिवानंद तिवारी के इस बयान को लेकर आर पार के मूड में है.
अमित शाह की रैली पर भी कसा तंजः वहीं गृह मंत्री अमित शाह की रैली पर भी उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, भारतीय जनता पार्टी हिंदू-मुसलमान के नाम पर देश में दंगा कराकर सत्ता में बने रहना चाहती है. लेकिन 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार एवं देश की जनता उनके भ्रम को तोड़ देगी. गौरतलब है कि जदयू पूरे दमखम के साथ नीतीश कुमार को 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी के समक्ष खड़ा करना चाहता है. जदयू के तमाम नेता अपने समाज के लोगो को गोलबंद करने के लिए जिलों का दौरा कर रहे हैं. ऐसे में महागठबंधन के सहयोगी राजद नेता शिवानंद तिवारी के बयान पर जदयू नेता आपत्ति भी जता रहे हैं.
मंत्री मदन सहनी ने भी शिवानंद तिवारी पर किया था हमलाः गुरुवार काे बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने शिवानंद तिवारी के बयान पर उन्हीं पर तंज कसते हुए सवाल उठाया था, क्या नीतीश कुमार आश्रम जाने लायक हो गए हैं. मदन सहनी का कहना था कि अभी भी मुख्यमंत्री 18 घंटे काम करते हैं. जब तक पूरा बिहार पूरा देश की सेवा नहीं कर लेंगे कहीं नहीं जाने वाले हैं. पूरी मुस्तैदी से सेवा करेंगे. जदयू मंत्री ने कहा शिवानंद तिवारी किस मकसद से बोल गए पता नहीं. उनकी भी तो अब उम्र हो गयी है. बोलना कुछ और चाहते होंगे बोला कुछ और गया हाेगा.
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