शक्ति सिंह यादव ने कहा कि मांझी 2015 में महागठबंधन से अलग होकर एनडीए के साथ चुनाव लड़े, सब लोगों ने देखा, लेकिन यह भी उन्हीं का फैसला था। उसके बाद राजद में आए सुमन जी एमएलसी बने ये भी उन्हीं का फैसला था। फिर एनडीए में गए ये भी उन्हीं का फैसला था।
पटनाः जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बेटे और बिहार सरकार में एसटी/एससी कल्याण मंत्री संतोष सुमन (Santosh Suman) के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सियासत तेज हो गई है। संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पद से इस्तीफा देना झटका नहीं है। कैबिनेट में नहीं रहने का फैसला उनका है। जीतन राम मांझी जी ने कसम खाई थी कि हम नीतीश जी को नहीं छोड़ेंगे वह उनके ही फैसले थे।
शक्ति सिंह यादव ने कहा कि मांझी 2015 में महागठबंधन से अलग होकर एनडीए के साथ चुनाव लड़े, सब लोगों ने देखा, लेकिन यह भी उन्हीं का फैसला था। उसके बाद राजद में आए सुमन जी एमएलसी बने ये भी उन्हीं का फैसला था। फिर एनडीए में गए ये भी उन्हीं का फैसला था। इस बार महागठबंधन बना उसमें वह शामिल हुए यह भी उन्हीं का फैसला था। सबसे बड़ी बात जब जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री थे और वह मंदिर में गए और मंदिर को जिन लोगों ने धोया अब उन्हीं जमात के साथ जाएंगे, यह भी उन्हीं का फैसला होगा।
बता दें कि बिहार के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री संतोष सुमन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल से मंगलवार को अचानक इस्तीफा दे दिया। उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) ने यहां इसकी घोषणा की। संतोष सुमन एचएएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिसकी स्थापना उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने की थी। सरकार ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
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