लाठी और गोली के जरिये आवाज दबाना चाहती है सुशासन की सरकार
पटना। आपराधिक घटनाओं में हो रही वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने शनिवार को यहां कहा कि सूबे में लाॅ एंड आर्डर फेल है। लगातार घट रही आपराधिक घटनाओं से राज्य की जनता का सुशासन की सरकार से विश्वास उठ चुका है। हालात इतनी भयावह है कि कहीं व्यवसायी मारे जा रहे हैं, कहीं हक मांगने मर प्रदर्शनकारी मारे जा रहे हैं, तो कहीं पुलिस जवान की पीट-पीट कर निर्मम हत्या की जा रही है। तानाशाही सरकार लाठी व गोली के जरिये जनता की आवाज दबाना चाहती है।
श्री पांडेय ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में राज्य की जनता असुरक्षित महसूस कर रही है। बीते कई महीनों से अपराध के ग्राॅफ में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, लेकिन सरकार में शामिल लोग किसी दूसरे मिशन पर लगे हुए हैं। राज्य में घट रही आपराधिक घटनाओं ने अराजककाल का भी रिकार्ड तोड़ दिया है। राज्य में पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। घट रही लगातार आपराधिक घटनाओं के बाद त्वरित कार्रवाई नहीं होने से प्रतीत होता है कि एक बार फिर राज्य में अपराध और अपराधियों का राज है। महागठबंधन की सरकार में अपनी हक मांगने पर लोगों को लाठी और गोली मिल रही है। यही नहीं पुलिस की लाठी और गोली से मरने के बाद भी राज्य सरकार द्वारा मौत का कारण कुछ और ही बताया जा रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि मुजफ्फरपुर में ट्रिपल मर्डर और कटिहार मौत मामले में सरकार को उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए, ताकि पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल सके। न कि इस पर राजनीतिक बयानबाजी होनी चाहिए। कटिहार मामले पर जदयू कोटे के एक वरिष्ठ मंत्री का बयान राज्य की जनता को दुखी करने वाला है। यानि अगर किसी भी मांग को लेकर आंदोलन की, तो लाठी-डंडे से जवाब मिलेगी। प्रदर्शन में मरने वाला कोई अपराधी नहीं था, बल्कि वह प्रदर्शनकारी था। जब सरकार की सोच प्रदर्शनारियों के प्रति ऐसा है, तो पीड़ित परिवार को सरकार से क्या न्याय मिलेगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
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