बिहार में सीएम नीतीश कुमार 12 जुलाई से एक बार फिर ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं। जनता दरबार का कार्यक्रम पांच सालों बाद फिर शुरू हो रहा है। हर सोमवार को सीएम से लोग आमने-सामने बैठकर अपनी समस्या और शिकायत करेंगे। सीएम ऑनस्पॉट लोगों की समस्याओं के निराकरण का निर्देश पदाधिकारियों को देंगे।
बिहार में सीएम नीतीश कुमार 12 जुलाई से एक बार फिर ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं। जनता दरबार का कार्यक्रम पांच सालों बाद फिर शुरू हो रहा है। हर सोमवार को सीएम से लोग आमने-सामने बैठकर अपनी समस्या और शिकायत करेंगे। सीएम ऑनस्पॉट लोगों की समस्याओं के निराकरण का निर्देश पदाधिकारियों को देंगे।
सीएम नीतीश कुमार ने खुद एलान किया है कि 12 जुलाई से इसकी शुरुआत होगी। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। दो दिनों पहले सीएम ने खुद भी जनता दरबार स्थल का मुआयना किया था। इस बार यह दरबार मुख्यमंत्री सचिवालय 4 केजी के परिसर में लगेगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस स्थल पर आने वालों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। इसी के अनुसार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके पहले यह कार्यक्रम सीएम हाउस एक अणे मार्ग में होता था। इससे पहले अप्रैल, 2006 से मई 2016 तक मुख्यमंत्री ने यह कार्यक्रम किया था।
सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना में पत्रकारों से कहा कि लगातार दो कार्यकाल तक हम हर सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम करते रहे। महीने में तीन सोमवार को यह कार्यक्रम होता था। फिर लोक शिकायत निवारण कानून हमने लोगों के लिए बना दिया। इसके बाद वर्ष 2016 से हो गया कि अब जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की कोई आवश्यकता नहीं है। पर, बाद में कई जगह लोगों ने कहा कि जनता दरबार होना चाहिए। इसके बाद 2020 विधानसभा चुनाव के बाद हमने एलान कर दिया था कि इसे शुरू करेंगे। जनता दरबार और पहले से ही हम करते पर, ऐसा कोरोना का दौर चला, जिससे बाधा हुई। पर, अगले सोमवार से यह काम हम करने वाले हैं। इसकी तैयारी को लेकर हमने सबकुछ देख लिया है। एक-एक चीज पदाधिकारियों को बता दिया है।
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