दिनांक:16/04/2024
बिहार भाजपा उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद डॉ भीम सिंह ने लालू, तेजस्वी और राहुल गाँधी द्वारा भाजपा पर संविधान बदलने के प्रयास के आरोप को जनता की आँखों मे धूल झोंक कर वोट लेने का प्रयास मात्र बतलाया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों द्वारा लोकतंत्र तथा संविधान पर खतरे और इन खतरों के खिलाफ पिछड़ी तथा अनुसूचित जातियों से एकजुट होने का आह्वान करना भी हवा में तलवार भांजने के समान है क्योंकि लोकतंत्र व संविधान पर कोई खतरा नहीं है। हाँ, ख़तरा है तो राजद- कांग्रेस जैसी पार्टियों और उनके नेताओं की ‘एकतंत्र व लूटतंत्र’ पर जरूर है। लूटेरों को जेल भेजकर उनसे जनता का पाई-पाई वसूला जाएगा, यह ‘मोदी की गारंटी’ है।
डॉ सिंह ने भारत का लोकतंत्र इतना कमजोर नहीं है कि कोई दल या नेता खत्म कर दे। हाँ, एक बार इंदिरा जी ने जरूर प्रयास किया था जिन्हें जनता ने अपने वोट-बल से चारो खाने चीत कर दिया था। डॉ सिंह ने कहा कि यदि लालूजी मे जरा भी शर्म-हया बची है तो क्या वे बतलाएंगे कि उन्होंने अपनी बड़ी बेटी का नामकरण ‘मीसा’ किस खुशी में रखा था?
डॉ. सिंह ने कहा कि भाजपा पर संविधान बदलने के प्रयास का आरोप तो बकबास के सिवा कुछ है ही नहीं। और ऐसा आरोप कॉंग्रेस द्वारा लगाया जाना बिल्कुल हास्यास्पद है क्योंकि यह कांग्रेस ही है जिसने आपातकाल के दौरान अनेक संशोधनों के जरिए संविधान में आमूलचूल परिवर्तन कर दिया था। उन परिवर्तनों को परिवर्तित कर संविधान को उसके मूल रूप में लाने का काम जनता पार्टी की सरकार ने किया जिसमें जनसंघ(भाजपा) भी शामिल था।
डॉ. सिंह ने कहा कि मैंने 9 दिनों तक नवादा तथा औरंगाबाद निर्वाचन क्षेत्रों में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान देखा है कि मतदाताओं ने एक बार फिर राजद- कांग्रेस -कम्युनिस्ट गठबंधन को नकार दिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विकास कार्यों का जनता पर गज़ब का प्रभाव है। अपने उखड़ते पाँव को देखकर लालू-तेजस्वी-राहुल की तिकड़ी बदहवास हो गई है। और बदहवासी के ऐसे ही आलम में वे अनर्गल बयानबाजी पर उतर आई है। डॉ. सिंह ने कहा कि विपक्ष जितनी भी कोशिश कर ले मोदी जी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है।
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