सीएम नीतीश ने कहा कि कुछ लोगों का अपना तरीका है, तो हम लोग उसमें इंटरफेयर नहीं करते हैं. मूर्ति लगाना या अपने ढंग से पूजा करना, यह सबकी अपनी मान्यता है. हमारे हिसाब से इस पर बहस करने की जरूरत नहीं है.
पटना: जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम (Janta Darbar) के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पत्रकारों से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने देश के अलग-अलग राज्यों में हिजाब को लेकर जारी विवाद पर प्रतिक्रिया दी. हिजाब को लेकर मचे बवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो सब बेकार की बात है, उस पर बोलने का कोई औचित्य नहीं है. इस मामले को लेकर लोग कोर्ट गए हैं. यहां के स्कूलों में सभी स्कूली बच्चे एक ही तरह के ड्रेस पहनते हैं.
बहस करने की कोई जरूरत नहीं
उन्होंने कहा कि देश-दुनिया में कोई बात होती है, वह एक अलग बात है. बिहार में ऐसी कोई बात नहीं है. हम लोग तो काम करने में लगे हुए हैं. सबके लिए हम लोग काम करते हैं और सबकी इज्जत करते हैं. कुछ लोगों का अपना-अपना तरीका है, तो हम लोग उसमें इंटरफेयर नहीं करते हैं. मूर्ति लगाना या अपने-अपने ढंग से पूजा करना, यह सबकी अपनी-अपनी मान्यता है. हम लोगों के हिसाब से इस पर बहस करने की कोई जरूरत नहीं है.
जातीय जनगणना को लेकर कही ये बात
वहीं, जातिगत जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव द्वारा किए गए वार पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर हम लोगों की आपस में बातचीत तो हुई ही है. हम लोग मन बनाकर बैठे हुए हैं, तो ऑल पार्टी मीटिंग करेंगे. केंद्र सरकार ने भी कहा ही है कि यदि कोई राज्य जातीय जनगणना करना चाहे तो करे. हम इसी पर कह रहे हैं कि यहां पर सब लोग बातचीत करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, ” जातीय जनगणना होने से सबको जानकारी हो जाएगी कि किस जाति की कितनी आबादी है. हम लोगों को सुधार के लिए क्या करना पड़ेगा. लोगों के विकास के लिए और उनके उत्थान के लिए क्या करना पड़ेगा, जो राज्य के हित में होगा किया जाएगा. इससे किसी भी जाति की उपेक्षा नहीं होगी. यह सब बात चली है और आपस में बातचीत भी हुई है.
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