वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सप्ताह में तीन दिन रहेंगीं प्रभार में
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर अब सप्ताह में तीन दिन स्टाफ नर्स कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की भी भूमिका निभाएंगीं। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नवनियुक्त 2042 स्टाफ नर्स को उनके कार्यक्षेत्र के निकटतम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में परिवर्तित स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सीएचओ के कार्य का निष्पादन के लिए प्राधिकृत किया गया है। स्टाफ नर्स यह कार्य अपने कार्यावधि के ही दिनों में करेंगी।
श्री पांडेय ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर आयुष्मान भारत का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इसे ध्यान में रखते हुए स्टाफ नर्स को सीएचओ के कार्य में लगाया गया है। अभी वर्तमान में कुल सीएचओ की संख्या 1019 है। सीएचओ ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करते हैं। साथ ही गांव में मरीजों का इलाज, ग्रामीण क्षेत्रों में ओपीडी का संचालन एवं गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाओं को उचित सलाह देते हैं। आवश्यकता पड़ने पर मरीजों के स्वास्थ्य से जुड़े उपचार आदि कई सारे प्राथमिक उपचार मुहैया कराने का काम भी करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए स्टाफ नर्सों को सप्ताह में तीन दिन सीएचओ का प्रभार दिया गया है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत उपलब्ध हो सके।
श्री पांडेय ने कहा कि राज्य में सामुदायिक स्वास्थ्य को निरंतर बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर राज्य में 5577 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को मार्च 2022 तक क्रियाशील करने का लक्ष्य है। प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर एक सीएचओ का पदस्थापन आवश्यक है, ताकि स्वास्थ्य केद्रों के स्वरूप में परिवर्तन लाकर जनमानस को व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल तथा सेवा प्रदान किया जा सके। मानव बल और अन्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नई पहल की है।
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