प्रशांत किशोर के आरोप के बाद आया सीएम नीतीश कुमार का पहला बयान

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प्रशांत किशोर ने यह आरोप लगाया है कि तीन दशक के बाद भी बिहार पिछड़ा राज्य है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत ने लालू यादव और नीतीश कुमार पर निशाना साधा था.

पटनाः प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पर गंभीर आरोप लगाया है कि तीन दशक के बाद भी बिहार पिछड़ा राज्य है. ये राज्य निचले पायदान पर है. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को जवाब दिया. सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये तो आप ही लोगों को पता है कि किया है कि नहीं किया है.

नीतीश कुमार ने कहा कि कौन क्या बोलता है उसका कोई महत्व नहीं है. महत्व है सत्या का. सब जानते हैं कि क्या हुआ है और कितना काम किया गया है. हमलोग किसी की बात का महत्व नहीं देते हैं. मीडिया की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप सब जानते ही हैं तो आप ही लोग बता दीजिए और जवाब दे दीजिए.

एक सवाल पर कि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कोरोना के बाद सीएए लागू करेंगे इस पर नीतीश कुमार ने जवाब दिया. सीएम ने कहा कि अभी कोरोना फिर बढ़ रहा है. हमारी चिंता अभी है कोरोना से लोगों की रक्षा करना, लेकिन जब पॉलिसी की बात होगी तो उसे अलग से देखेंगे.

प्रशांत किशोर ने गुरुवार को अपनी पीसी में कहा कि लालू-नीतीश के 30 साल के शासनकाल के बावजूद बिहार पिछड़ा है. लालू-नीतीश बिहार में बदलाव नहीं ला पाए. बिहार आज नीति आयोग समेत हर रिपोर्ट में हर क्षेत्र में गरीब, पिछड़ा है. बिहार को बदलना है. नई सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है. अभी पार्टी नहीं बना रहा. जो लोग बिहार को समझते हैं. बिहार की समस्या को समझते हैं. उनको एकजुट करने की जरूरत है. बिहार की समस्या को जो लोग दूर कर सकते हैं. उनके साथ काम करेंगे.

उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी बनाऊंगा भी तो वह सिर्फ मेरी पार्टी नहीं होगी. जो लोग मेरे साथ जुड़ेंगे वह उनकी भी पार्टी होगी. एक ईंट मेरी होगी और एक ईंट उनकी होगा. 17-18 हजार लोगों को चिह्नित किया हूं जिनको पता है बिहार की समस्या क्या है व कैसे बिहार को बदला जाएगा. दो अक्टूबर से पश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम से पदयात्रा शुरू करूंगा. कुल तीन हजार किलोमीटर पदयात्रा करूंगा. एक साल तक बिहार में घूमकर जनता की क्या उम्मीदें, आकांक्षाएं, समस्याएं हैं उसको समझना है. 10 साल के अंदर विकसित राज्यों की श्रेणी में बिहार को लाना है.

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