विशेष प्रशिक्षण प्राप्त 59 स्वास्थ्यकर्मियों की जिलों में होगी तैनाती
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कुष्ठ रोग की रोकथाम के साथ-साथ रोगियों में हुई शारीरिक विकृतियों के ईलाज एवं उनके पुनर्वास के लिए प्रयत्नशील है, ताकि उन्हें मुख्यधारा में लाया जा सके। इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु राज्य के 34 फिजियोथेरेपिस्ट समेत 59 स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
श्री पांडेय ने कहा कि इन प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों को बहुत जल्द जिलों में तैनात किया जायेगा। 34 नवनियुक्त फिजियोथेरेपिस्टों और कार्यक्रम से जुड़े अन्य 25 स्वास्थ्य कर्मियों को एमएलसीयू (मॉडिफायड लप्रोसी कंट्रोल यूनिट) रुद्रपुरा, रोहतास और दी लेप्रोसी मिशन (टीएलएम) अस्पताल, मुजफ्फरपुर में प्रशिक्षण दिया गया है। फिजियोथेरेपिस्ट के अलावे मेडिकल ऑफिसर, पारा मेडिकल वर्कर्स, एडमिनिस्ट्रेटिव सहायक, नन मेडिकल सहायक एवं हेल्थ एडुकेटर कुष्ठ रोगियों के पुनर्वास के लिए समर्पित रहेंगे और कुष्ठ रोगियों में हुई शारीरिक विकृतियों को कम करने में मदद करेंगे। सबों को राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शुक्रवार तीन जून को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। साथ ही कार्यक्रम के संबंध में अतिरिक्त प्रशिक्षण भी दिया गया।
श्री पांडेय ने कहा कि इनकी तैनाती हर जिले में होने से कुष्ठ से अंग विकृति की विकलांगता को कम करने एवं कम विकृति को दूर करने मेंं काफी कारगर साबित होगा। विभाग की यह पहल अंग विकृत कुष्ठ रोगियों के लिए ना सिर्फ वरदान साबित होगा, बल्कि कुष्ठ से होने वाले अंग विकृति को शून्य के करीब ले जाने में सक्षम होगा। विभाग का प्रयास है कि ऐसे रोगियों को हर तरह से स्वस्थ कर उन्हें मुख्यधारा में लाकर समाज में बराबरी से जीने का हक मिले। विभाग की इस पहल से ऐसे रोगियों को नया जीवन मिलेगा और समाज में सम्मानित जिंदगी जी सकेंगे।
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