वरीय अधिकारी, सीएस व अधीक्षकों के साथ स्वास्थ्य मंत्री ने की उच्चस्तरीय बैठक
मंकीपॉक्स की जांच, श्रवाणी मेला व कोरोना को लेकर मंत्री ने दिए दिशा-निर्देश
पटना। स्वास्थ्य विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक मंत्री श्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत समेत अन्य वरीय अधिकारियों के साथ मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र सरकार की गाईडलाइन, श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं की सेवा और कोरोना संक्रमण पर चर्चा हुई। बैठक में राज्य के सभी सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के अधीक्षक वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये उपस्थित हुए, जिन्हें मंत्री श्री पांडेय ने मंकीपॉक्स की जांच व उपचार के संबंध में लेकर आवश्यक निर्देश दिए। श्री पांडेय ने बताया कि मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है। राज्य के किसी जगह से ऐसे संभावित मरीज मिलने पर उसके सैंपल मंगवाने की व्यवस्था विभाग करेगा और उसे जांच के लिए पुणे स्थित भायरोलॉजी लैब भेजा जायेगा। जांच के बाद पॉजीटिव होने पर इलाज की व्यवस्था की जायेगी।
श्री पांडेय ने बैठक में कहा कि मंकीपॉक्स को लेकर राज्यभर के स्वास्थ्यकर्मियों को बीमारी की रोकथाम में अपनी अहम भूमिका अदा करनी है। केवल शहरी क्षेत्रों ही नहीं बल्कि ग्रामीण व सुदूर इलाकों में भी इसके मरीज मिल सकते हैं, वहां भी नजर रखनी है। श्री पांडेय ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सभी मेडिकल ऑफिसर इन चार्ज (एमओआईसी) की जिम्मेदारी होगी कि जैसे ही किसी मरीज में इस बीमारी जैसे लक्षण मिले, तुरंत मरीज का सैंपल लें और उसे जांच के लिए भेजें। केवल जिला मुख्यालय ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेंत्रों में भी विशेष नजर रखें। यह कोई जानलेवा बीमारी नहीं है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना आवश्यक है। मंकीपॉक्स को लेकर को गाईडलाइन जारी कर दी गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी गाईड लाइन को सभी चिकित्सा प्रभारियों को भेज दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के लिए बारिश का मौसम सबसे बड़ी चुनौती होती है। बाढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बहाल करना होता है। अभी विभाग कोविड के साथ-साथ ही मंकीपॉक्स, डेंगू एवं टायफाइड को लेकर सतर्क है। हमारी चुनौती है कि आने वाले समय में प्रमुख पर्व व त्योहारों में भी सावधानी कैसे बरतें।
बैठक में श्री पांडेय ने राज्य में चल रहे श्रावणी मेले में विभाग के कार्यों की समीक्षा की। विशेषकर मुंगेर, भागलपुर, बांका, वैशाली और मुजफ्फरपुर में किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की और कहा कि जो भी बेहतर कार्य करेंगे उन्हें सम्मान दिया जाएगा। कोविड के लिए वैक्सीन कार्यों में दिए गये योगदान के लिए सिविल सर्जनों की सराहना की। साथ ही कोरोना संक्रमण के प्रभाव को और कम करने को लेकर जांच और टीकाकरण में और तेजी लाने का निर्देश दिया। अपर मुख्य सचिव ने मंकीपॉक्स को लेकर राज्य के सभी सिविल सर्जनों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि संभावित लक्षण वाले मरीजों की सैंपल जांच की व्यवस्था अवश्य रूप से सुनिश्चित कराएं। बैठक में विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार, अपर कार्यपालक निदेशक श्री केशवनेन्द्र, एड्स कंट्रोल सोसायटी के परियोजना निदेशक अंशुल अग्रवाल समेत विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
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