नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि श्रम संसाधन विभाग में बड़ी गड़बड़ी हुई है. लिहाजा सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि विभागीय पदाधिकारी की मिलीभगत से सरकारी राशि का गबन किया गया है.
पटना: नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग में गड़बड़ी (Scam in labor resource department) का आरोप लगाया है. विजय सिन्हा ने कहा कि विभाग में गड़बड़ी की जानकारी मिलने के बाद और मामला सदन में उठने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास में बैठक बुलाई थी. नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति रखने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या इस मामले की निष्पक्ष स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराएंगे, क्योंकि यह मामला सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़ा हुआ है.
विजय सिन्हा ने कहा कि करोड़ों रुपए के घोटाले के नामजद अभियुक्त जिस पर सीबीआई के द्वारा कोर्ट में मुकदमा दर्ज है, उस विवेक सावंत को कैसे सीएम की बैठक में प्रजेंटेशन देने दिया गया. उन्होंने कहा कि श्रम संसाधन विभाग में कौशल विकास मिशन के लिए एमकेसीएल पुणे को चयन किया गया. रोजगार की जानकारी के लिए प्लेसमेंट पोर्टल का प्रावधान करना था. 3 वर्षों तक बिना प्रावधान किए करोड़ों रुपए प्राप्त किया गया. विभागीय पदाधिकारी की मिलीभगत से सरकारी राशि का गबन किया गया है.
‘मुख्यमंत्री जानबूझकर इस घोटाले का पर्दाफाश नहीं करवाना चाहते हैं. सरकार के अधिकारियों की मिलीभगत से इस तरह का घोटाला हुआ है. इसको लेकर हम लोगों ने एक जांच कमिटी बनाई थी, उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आयी है. जानबूझकर सरकार उसको उठाने का काम कर रही है. कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं. पूरे बिहार की जनता में संदेह का वातावरण है.”- विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
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