सुशील मोदी पर ललन सिंह ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि चिंतन मनन कीजिए तब बोलिए. दरअसल सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर काफी कुछ कहा था.
पटना : बिहार में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बीजेपी और जेडीयू के नेता एक-दूसरे पर तीखा प्रहार कर रहे हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री व बीजेपी सांसद सुशील मोदी पर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने हमला बोला. सुशील मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए ललन सिंह ने कहा कि बोलने से पहले सोच लीजिए.
अपने गिरेबान में झांक लें!’ : सोशल मीडिया पर लिखे पोस्ट में ललन सिंह ने लिखा, ”सुशील मोदी जी, नीतीश जी को चुनौती देने से पहले अपने गिरेबान में झांक लें. उत्तर प्रदेश सरकार के कारनामों को देख लें. यूपी के मंत्री .राकेश सचान को कितने साल की सजा हुई है ? सजायाफ्ता होने के बाद भी मंत्री बने हैं कि नहीं ? मंत्री जी अदालत से सजा की कॉपी लेकर भाग गए.”
नीतीश जी को ज्ञान देने की जरूरत नहीं’ : ललन सिंह ने आगे लिखा, ”कुछ बोलने से पहले थोड़ी तो शर्मिंदगी का अहसास कीजिए. नीतीश जी को ज्ञान देने की जरूरत नहीं है. एक कहावत है, ‘चलनी दूसे सूप को जिसमें खुद बहत्तर छेद’… नैतिकता का पाठ पढ़ाने से पहले अपनी नैतिकता का भी आकलन कर लें. लखीमपुर खीरी का जवाब भी जनता आपसे जानना चाहती है. जरा मुंह तो खोलिए, कुछ तो बोलिए..!”जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बहुचर्चित लखीमपुर खीरी का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, ”जरा यह भी बताइये कि लखीमपुर खीरी की घटना पर सर्वोच्च न्यायालय ने क्या-क्या टिप्पणियां की थी आपकी उत्तरप्रदेश सरकार पर। आत्ममंथन कीजिए, चिंतन-मनन कीजिए….. तब बोलिए.”
कार्तिकेय कुमार का पहला विकेट गिरा : दरअसल, कार्तिकेय सिंह के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सुशील मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार पहले ओवर में ही क्लीन बोल्ड हो गए. अभी तो कार्तिकेय कुमार का पहला विकेट गिरा है. अभी और कई विकेट गिरेंगे. नीतीश कुमार ने तो KCR को बुलाया था PM पद हेतु अपनी उम्मीदवारी पर मोहर लगवाने के लिए. KCR ने तो नाम तक नहीं लिया।नीतीशजी तो उठ कर जाने लगे. Congress नेता राहुल के नाम का अलाप कर रहे थे. इससे ज्यादा अपमान क्या होगा?
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