विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “निरंकुश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी सारण की धरती पर गरीब, दलित, शोषित और कमजोर वर्ग के अनाथ बच्चों और विधवाओं से मिलकर उनके आंसू को नहीं पोछना, मुआवजा की बात नहीं करना और रोजगार पर कोई.
पटना नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के समाधान यात्रा (Samadhan Yatra) पर एक बार फिर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि बिहार में सत्ता निरंकुश हो गई है और सरकार (Government) अहंकार में मदमस्त है। उसे जनता के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। मुख्यमंत्री सत्ता की मदांधता में मर्यादा की सीमा लांघने लगे हैं।
“नौजवानों की आवाज को दबाने का हो रहा खेल”
विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “निरंकुश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जी और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) जी सारण की धरती पर गरीब, दलित, शोषित और कमजोर वर्ग के अनाथ बच्चों और विधवाओं से मिलकर उनके आंसू को नहीं पोछना, मुआवजा की बात नहीं करना और रोजगार पर कोई चर्चा नहीं करना- ये आपके गरीबी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। संगीनों के साये में जिस तरह बेरोजगार और नौजवानों की आवाज को दबाने और प्रेस मीडिया से छुपाने का खेल हो रहा है, ये आपके तानाशाही और निरंकुश शासन का ही प्रतीक है।”
“समाधान यात्रा को विदाई यात्रा में परिणत कर देगा जनता का दर्द”
नेता प्रतिपक्ष (Opposition Leader) ने आगे कहा, “जनप्रतिनिधियों की आवाज को दबाकर उनके साथ बंधुआ मजदूर के तरह व्यवहार करना, समस्या का समाधान नहीं…ये लोकतंत्र और विधायिका का अपमान है। इससे प्रशासनिक अराजकता और भ्रष्टाचार के नायक के रूप में आप बिहार को अराजकता के दौर में पहुंचा रहे हैं। जनता का दर्द और उनकी दर्द आहें आपकी इस यात्रा को विदाई यात्रा में परिणत कर देगी।”
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