मुख्यमंत्री अविलम्ब मंत्री को बर्खास्त करें या उनके बयान पर अपना स्टैंड साफ करें
* तुष्टिकरण और वोटों के ध्रुवीकरण के लिए दिए जा रहे हैं ऐसे बयान, बिहार की जनता माफ नहीं करेगी
* कुछ दिन पहले राजद प्रदेश अध्यक्ष ने अयोध्या को नफरत की जमीन बताया था और अब रामचरित मानस को लेकर मंत्री का घटिया बयान
पटना, 12-01-2023
बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बिहार के शिक्षा मंत्री श्री चंद्रशेखर का रामचरित मानस को लेकर दिया गया बयान बिहार को नफरत की आग में झोंकने की गहरी साजिश है। ऐसे घटिया और नफरती बयान के लिए मुख्यमंत्री अपने शिक्षा मंत्री को अविलम्ब मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर उनके खिलाफ करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत करने, समाज में विद्वेष फैलाने और माहौल को विषाक्त करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराएं।
श्री सिन्हा ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार कैसे मुख्यमंत्री है जिन्हें न तो मंत्री के जहरीला बयान की जानकारी रहती है, न छात्रों-किसानों पर पुलिसिया बर्बरता की कोई खबर रहती है? कुछ दिन पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द ने भी श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या को नफरती जमीन करार देकर देश और बिहार के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया था, तब भी मुख्यमंत्री मूक बने रहे। ‘ रोम जल रहा था और नीरो चैन की वंशी बजा रहा था’ की उक्ति को मुख्यमंत्री चरितार्थ कर रहे हैं। क्या मुख्यमंत्री बिहार को नफरत की आग में झोंक कर अपनी कुर्सी बचाना चाह रहे हैं?
उन्होंने कहा कि रामचरित मानस लोकआस्था के केंद्र बिंदु प्रभु श्रीराम के जीवन चरित का ऐसा महाकाव्य है जिसपर देश में ही नहीं दुनिया भर में रह रहे करोड़ों भारतवंशियों,प्रवासी भारतीयों और विदेशियों की भी अगाध आस्था है। ऐसे महान ग्रन्थ के बारे में घटिया बयान मंत्री की मानसिक दिवालियापन और घटिया, विषाक्त मानस का ही परिचायक है।
उन्होंने कहा कि रामचरित मानस का तो सार्थक सन्देश है कि- दैहिक, दैविक, भौतिक तापा, रामराज नहिं काहुहि व्यापा। सब नर करहिं परस्पर प्रीति, चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति।।
मगर मंत्री का मकसद इस आर्ष सन्देश को ग्रहण करना नहीं, समाज में नफरत फैला कर, जातिभेद को बढ़ावा देकर वोट की फसल काटना है। तुष्टिकरण और वोटों के ध्रुवीकरण के लिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं। ऐसे नापाक इरादे वाले राजद-जदयू को समय आने पर बिहार की जनता जरूर सबक सिखाएगी।
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