* प्रशासन बेलगाम व बदजुबान, अराजकता चरम पर
* जनता का भरोसा खो चुके मुख्यमंत्री कर रहे समस्या- समाधान का ढोंग
बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से प्रशासनिक अराजकता की स्थिति है। प्रशासन बेलगाम और बदजुबान हो गया है। एक सीनियर आई ए एस अधिकारी की गाली-गलौच की भाषाई अशिष्टता और बिहारवासियों के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे आई ए एस और बिहार प्रशासनिक सेवा लॉबी में कटुता बढ़ेगी और प्रशासनिक अराजकता चरम पर पहुंच जाएगी।
उन्होंने कहा कि धरातल पर विकास को गति राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ही देते है, मगर टकराव की स्थिति में न केवल अराजकता बढ़ेगी बल्कि विधि-व्यवस्था के संधारण से लेकर विकास कार्य तक प्रभावित होगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का विकास का एजेंडा पटरी से उतर चुका है। ऐसे में न्याय के साथ विकास की बात बेमानी हो चुकी है। भ्रष्टाचारियों के सहयोग से सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री के लिए भ्रष्टाचार अब कोई मुद्दा नहीं रह गया है। अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है। दिन दहाड़े लूट-पाट, हत्या, छिनतई और बलात्कार की घटनाएं आम बात हो गई है। मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने व उपमुख्यमंत्री की पाने की कवायद में प्रशासनिक अराजकता चरम पर है।
उन्होंने कहा कि राजद की मानसिकता शुरू से बिहार को कलंकित और अपमानित करने की रही है। राजद के मंत्री भी उन्माद फैला रहे हैं, उसी मानसिकता से अधिकारी भी भाषाई अशिष्टता कर रहे हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि जनादेश का अपमान कर जनता का भरोसा खो चुके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपना घर (दल) तो सम्भल नहीं रहा है, बिहार की समस्या के समाधान का ढोंग कर जनता को झांसा दे रहे हैं। नैतिक बल खो चुके नीतीश कुमार से अब बिहार का भला नहीं होने वाला है। प्रशासनिक अराजकता इसी की परिणति है।
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