कनक लता चौधरी
शोधपत्र में कुछ अहम घटनाओं का जिक्र है।सोशल मीडिया पर 2009 को इस्लामाबाद डेली मेल में छपी इस खबर की हेडलाईन थी रॉ ने भारतीय सेना के पास वेश्याएँ भेजी।भारत के खिलाफ दुष्प्रचार की पाकिस्तान की रणनीति का सबूत 2017 में आई एक फेक न्यूज है।दो मिनट के के इस वीडियो से भारतीय मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश की गई है।2015 में राज्यसभा में एक लिखित जबाब में गृह राज्यमंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी ने बताया था कि देश में नफरत फैलाने के लिए ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, ईमेल और ब्लॉग के दुरूपयोग के कई कारण सरकार की जानकारी में आये हैं।भागलपुर दंगों के 26 वर्ष बाद पेश हुईं जांच आयोग की रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि सोशल मीडिया दंगों का नया लॉंच पैड बन रहा है।भारत में आईएस का ट्विटर एकाउंट चलाने वाले मेहंदी मसरूर बिस्वास की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सरकार अजित डोभाल ने इस विषय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपकर कई उपाय सुझाये थे।
डिजिटल मीडिया में अफवाह और दुष्प्रचार रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त रेगुलेटर का कानून लेन का सुझाव दिया।केन्द्र सरकार ने सोशल मीडिया पर नियंत्रण के लिए गाइडलाइंस बनाई है।
कनक लता चौधरी
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