राज्य सेवा के पदों की बिक्री, माफिया सक्रिय,
★★★राज्य में भर्ती करने वाले सभी संस्थाओं को पारदर्शी होने की जरूरत।
पटना,1अप्रैल2023
विहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बीपीएससी के 75वा स्थापना दिवस में मुख्यमंत्री द्वारा यह आग्रह किया जाना कि जिसको लिखित परीक्षा में बहुत अंक आता है लेकिन इंटरव्यू में बहुत कम आता है पर ध्यान देने की जरूरत है, यह लोक सेवा आयोग द्वारा नियुक्ति में गड़बड़ी करने की स्वीकारोक्ति है।
श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में सब जगह यह चर्चा है कि माफिया इन परीक्षाओं में बिभिन्न पदों का अलग अलग दाम रखकर उसकी बिक्री करते हैं।पिछले वर्ष प्रश्न पत्र लीक किया जाना उसी लक्ष्य की प्राप्ति का एक कदम था।
श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग, बिहार लोक आयोग, विहार तकनीकी सेवा आयोग,बिहार केंद्रीय चयन पर्षद, सहित सभी अन्य भर्ती हेतु जिम्मेदार संस्थाओं को पारदर्शी एवम भरस्टाचार मुक्त वनाने की जरूरत है।राज्य के लोग जानते हैं कि इन कई संस्थाओं के अध्यक्ष,सचिव एवं अन्य कर्मियों को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल में डाला जा चुका है।इन संस्थाओं की विश्वसनीयता जनता की नजर में गिर चुकी है।
श्री सिन्हा ने कहा कि आज राज्य में जमीन के बदले नौकरी देने वाले की सरकार चल रही है।लोक संस्थाओं को निजी स्वार्थ हेतु ध्वस्त करने की इन्होंने परम्परा बनायी है।राज्य सरकार ऑनलाइन परीक्षा में हो रही फर्जीवाड़े को रोकने में बिफल हो गई है।मेधाबी छात्रों का हक़ मार कर सेटिंग्स के द्वारा पैसा पर सरकारी नौकरी बेची जा रही है।इसे शीघ्र रोकना सरकार की जिम्मेवारी है।
श्री सिन्हा ने आश्चर्य व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री राज्य कार्य से अनभिज्ञ हैं।इसका खुलासा उन्होंने स्वयं समारोह में किया।बीपीएससी में मात्र 3 सदस्य हैं और3 पद खाली है,यह जानकारी उसी सभा में हुई।बीपीएससी सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन आता है जिसके मंत्री स्वयं मुख्यमंत्री हैं।भरी सभा में मुख्य सचिव के नकारा होने पर टिप्पणी की और कहा कि आप बस लम्बी चौड़ी बात करते हैं।मुख्यमंत्री का यह वक्तव्य प्रशाशनिक विफलता को दर्शाता है।
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