बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि नए संसद भवन के शुभारम्भ पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या-द्वेष की राजनीति करने वाले नीतीश कुमार…
पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि नए संसद भवन के शुभारम्भ पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या-द्वेष की राजनीति करने वाले नीतीश कुमार बताएं कि 17 साल में उन्होंने कितने सरकारी भवनों का शिलान्यास और उद्घाटन राज्यपाल से कराया?
“हिम्मत है तो विपक्ष नए संसद भवन में कभी न जाने की घोषणा करे”
मोदी ने कहा कि पटना में विधानमंडल के नए भवन का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री ने किया था और किसी ने उस कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं किया था। यदि हिम्मत है तो विपक्ष घोषणा करें कि वह नए संसद भवन की कार्यवाही में कभी भाग नहीं लेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू को अपशब्द कहने वाले आज आदिवासी महिला के सम्मान का दिखावा न करें। 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पुराने संसद भवन की एनेक्सी का उद्घाटन किया था। बाद में सांसद राहुल गांधी ने संसद के पुस्तकालय का शिलान्यास किया। कांग्रेस को कभी राष्ट्रपति की याद क्यों नहीं आई?
“भवन के उद्घाटन पर राजनीति नहीं होनी चाहिए”
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के समय जयराम रमेश नया संसद भवन बनाने की जरूरत बता रहे थे। जब एनडीए सरकार ने सेंट्रल विस्टा बनाने का निर्णय किया, तब कांग्रेस विरोध में खड़ी हो गई। मोदी ने कहा कि आधुनिक सुविधाओं से लैस नए संसद भवन का उद्घाटन महान स्वाधीनता सेनानी वीर सावरकर की जयंती पर हो रहा है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन में 19 विपक्षी दल शामिल नहीं होंगे। विपक्षी दलों द्वारा उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया गया है।
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