23 जून को विपक्षी दलों की बैठक के पहले ही बिहार में बयानबाजी (Bihar Politics) का दौर शुरू हो गया है। रविवार को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार नहीं है।
पटनाः 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक के पहले ही बिहार में बयानबाजी (Bihar Politics) का दौर शुरू हो गया है। रविवार को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार नहीं है। हालांकि ये बात खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कई बार कह चुके है। वहीं, ललन सिंह के बयान पर पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दूल्हे का पता नहीं और शादी की तैयारी हो रही है।
सुशील मोदी ने कहा कि शादी तो दूर की बात है, यहां तो दूल्हा ही भागा-भागा फिर रहा है। अब बारात सज गई है और दूल्हा ही गायब हो गया है। ललन सिंह को चुनौती देते हुए मोदी ने कहा कि हिम्मत है तो पीएम उम्मीदवार नाम की घोषणा करें। कौन करेगा नरेंद्र मोदी का मुकाबला? यह तो पता चले। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा की नीतीश कुमार का हाल चंद्रबाबू नायडू जैसा होगा। वर्ष 2018 में चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए से समझौता तोड़कर इसी प्रकार विपक्षी एकता के प्रयास में लगे थे।
“नीतीश प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं”
बता दें कि ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने बार-बार कहा है कि वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। इस तरह के नारे विपक्षी एकता बनाने के उनके प्रयासों के लिए अच्छा नहीं होगा।” उन्होंने कहा, ‘‘कृपया याद रखें कि उन्होंने भाजपा को हराने की प्रतिज्ञा के साथ पिछले साल अगस्त में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) छोड़ दिया था। आइए हम खुद को इस कारण के लिए समर्पित करें। लोकसभा चुनाव होने के बाद और परिणाम उम्मीद के मुताबिक रहने पर सभी पार्टियां एक साथ बैठकर तय करेगी कि कौन प्रधानमंत्री होगा।”
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