मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि कौन किसके सम्पर्क में है और किसकी किससे क्या बात हुई, यह सब अगर मुख्यमंत्री को पता है, तो लगता है विधायकों के फोन टैप कराये जा रहे हैं तथा खुफिया विभाग के जरिये सब पर निगरानी रखी जा रही है।
पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह के बीच तीखी बहस से साफ है कि राजद और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच परस्पर अविश्वास गहरा हुआ है।
मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि कौन किसके सम्पर्क में है और किसकी किससे क्या बात हुई, यह सब अगर मुख्यमंत्री को पता है, तो लगता है विधायकों के फोन टैप कराये जा रहे हैं तथा खुफिया विभाग के जरिये सब पर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के 11 महीने बाद न राजद को नीतीश कुमार स्वीकार्य हैं और न जदयू को तेजस्वी प्रसाद यादव को सत्ता सौंपना मंजूर है।
भाजपा सांसद ने कहा कि राजद के लोग श्री लालू प्रसाद यादव के चेहरे पर और जदयू के लोग भाजपा के वोट तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव जीते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बनाने वाले दोनों प्रमुख दलों में कोई भी नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव नहीं जीता है। मोदी ने कहा, ‘विधान पार्षद सुनील सिंह से हमारे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन 27 साल से वे लालू प्रसाद यादव के विश्वास पात्र हैं। कभी उन्होंने पलटी नहीं मारी।’ उन्होंने कहा कि सुनील सिंह जैसे व्यक्ति की निष्ठा पर नीतीश कुमार कैसे सवाल उठा सकते हैं, जिनकी रैंकिंग अविश्वसनीय नेताओं में की जाती है।
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