राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गरीब, दलित और आदिवासी वर्ग के लिए देवता समान बताया है। पशुपति पारस ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ वर्षो के शासनकाल में दलित आदिवासियों और पिछड़ें वर्ग के लोगों को जीवन में जो परिवर्तन हुआ है, उन्हें नरेन्द्र मोदी एक मसीहा के रूप में दिखाई देते हैं। पशुपति पारस ने आगे कहा कि आजादी के बाद देश में नरेन्द्र मोदी ने दलित समाज से आनेवाले रामनाथ कोविन्द को देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के पद पर बैठाया।
उसके बाद मोदी ने समाज के सबसे अंतिम पंक्ति की गाँव में रहनेवाली आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया, इससे अनुसूचित जनजाति और दलित समाज के लोगों में नरेन्द्र मोदी को सर्वोच्च सम्मान दिलानेवाले पुरूष के रूप में दिखाई देता है। पारस ने कहा पहली बार नरेन्द्र मोदी के रूप में राष्ट्र को ऐसा प्रधानमंत्री मिला है, जो देश के दबे-कुचलें और वंचित समाज के लिए आशा की किरण बने हैं। पशुपति पारस ने एनडीए सरकार के नौ साल की योजनाओं वन नेशन वन कार्ड, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत योजना, हर घल जल योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दलितों, आदिवासियों वंचित समाज के जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन हुआ है।
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