आपातकाल में भी हुई थी पत्रकारों एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर दमन की कार्रवाई,
पुलिस द्वारा अनशन एवं प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठी और गोली चलाना सरकार की बढ़ती निराशा एवं विफलता का द्योतक,
हत्या एवं अपराध रोकने में विफल सरकार कानून का पालन करने वालों पर ही कर रही है कार्रवाई,
पटना, 4 अगस्त 2023
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भागलपुर, अरवल एवं कटिहार में अनशन एवं प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठी और गोली चलाने की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा है कि इन घटनाओं की जानकारी प्राप्त करने गए पत्रकारों की भी पिटाई की गई है|भाजपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी औऱ भागलपुर के जिलाध्यक्ष श्री रोहित पांडेय के साथ पुलिस द्वारा जो बर्बरता की गई वह घोर निन्दनीय है।आधी रात में पुलिस द्वारा उन्हें जबरदस्ती उठाना दर्शाता है कि कानून का राज ख़त्म हो चुका है।इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराकर दोषियों पर अबिलम्ब कार्रवाई होनी चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि महा गठबंधन सरकार में पत्रकार, समाजसेवी एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं का पुलिस की लाठी एवं गोली से दमन कराना लोकतंत्र के लिये अशुभ है। मुहर्रम के दौरान उपद्रव के विरोध में भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडे के नेतृत्व में अनशन पर बैठे लोगों को भागलपुर में पुलिस ने जबर्दस्ती उठा लिया और उनपर लाठियां बरसायी| कई पत्रकार भी इस लाठी चार्ज में चोटिल हुये। इसी प्रकार अरवल में भी एक पत्रकार पर गोली चलायी गयी और कटिहार में प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाकर तीन लोगों की हत्या कर दी गई।
श्री सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन की लाठी गोली की सरकार अब आपात काल के तानाशाह सरकार की तरह व्यवहार कर रही है| यहां भी पत्रकार, समाजसेवी एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है| विडंबना यह है कि महागठबंधन सरकार के दो प्रमुख घटक राजद और जदयू के सुप्रीमो भी आपातकाल के ही विरोध से उत्पन्न नेता हैं| लेकिन अब आपातकाल जैसा दमन करने में इन्हें कोई परहेज नहीं है।
श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार की यह दमनात्मक कार्रवाई इनके बढते निराशा एवं विफलता का सूचक है। सकारात्मक कार्य करने में असफल इस सरकार को उपलब्धि गिनाने के नाम पर धरातल पर कुछ नहीं है। भले ही ये कागजी घोड़ा दौड़ाकर जितनी उपलब्धि दिखा लें। आज भी राज्य से किसान, मजदूर, छात्र और निवेशक का पलायन जारी है।
श्री सिन्हा ने कहा है कि सरकार हत्या एवं अपराध रोकने में पूरी तरह असफल है। लेकिन कानून का पालन करने वालों पर कार्रवाई कर अपने बेईमान नीयत का प्रदर्शन कर रही है। राज्य की पुलिस दारू , बालू और जमीन माफियाओं की सेवा में लगी है| अपराधी खुले आम घूम-घूम कर हत्या, अपहरण एवं लूट को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें इन गलत कार्यो मे पुलिस प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ता है। राज्य की जनता निराश एवं परेशान है। आगामी चुनाव में जनता इन्हें निश्चित रुप से सबक सिखायगी।
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