लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रदेश के नियोजित शिक्षकों को राज्य सरकार द्वारा राज्यकर्मी का दर्जा देने के कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसले को शिक्षकों के साथ विश्वासघात बताया है श्री भट्ट ने कहा कि नियोजित शिक्षकों ने मांग किया था कि बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देते हुए सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियोजित शिक्षकों की एक समान श्रेणी मे समायोजित की जाए लेकिन सरकार ने विशिष्ट शिक्षक श्रेणी में रखा और सक्षमता परीक्षा की शर्त को रखते हुए सभी नियोजित शिक्षकों के साथ भद्दा मजाक किया है क्योंकि नियोजित शिक्षकों को लेकर सरकार की मंशा और नियत साफ नहीं है लोजपा रामविलास के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने सरकार के इस निर्णय को अलोकतांत्रिक एवं तानाशाही फरमान बताया है श्री भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने चुनाव पूर्व लॉलीपॉप देकर नियोजित शिक्षकों के साथ जो आज छल किया है वह आने वाले दिनों में स्वतः स्पष्ट हो जाएगा।
जो शिक्षक सक्षमता परीक्षा में तीन अवसरों के बाद भी उत्तीर्ण होने में कामयाब नहीं होंगे उनके साथ विभाग क्या कार्रवाई करेगी? यह पूरी तरह स्पष्ट नहीं किया गया है श्री भट्ट ने बताया कि साक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण ना होने की स्थिति में उन्हें अनुकंपा और ना ही प्रोन्नति का कोई लाभ नहीं मिल पाएगा इससे शिक्षकों में असमानता और हीनभावना उत्पन्न होगा जिससे शिक्षा व्यवस्था और शिक्षण कार्य प्रभावित होने का सदैव खतरा बरकरार रहेगा। श्री भट्ट ने राज्य सरकार से बिना शर्त नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने की मांग की है I
उक्त आशय की जानकारी पार्टी के प्रदेश प्रदेश मीडिया प्रभारी कुंदन पासवान ने दिया।
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