08 अप्रैल 2024
बिहार जद(यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि राजद के जंगलराज में तत्कालीन सरकार द्वारा पोषित अपराधियों के भय से महीलाएं अपने घरों की चैखट से बाहर कदम नहीं रखती थी। पूरे प्रदेश में महिलाओं के लिए गंभीर असुरक्षा का माहौल हुआ करता था। अपराधियों का तांडव और बोलबाला इतना था कि छोटी-छोटी बच्चियाँ भी स्कूल जाने से डरती थी लेकिन आज नीतीश सरकार में परिस्थिति पूरे तौर पर बदल चुका है।
उन्होंने कहा कि राजद के कालखंड में असुरक्षा की भावना में अपना जीवन व्यतीत कर रही महीलाएं आज पुलिस सेवा में बहाल होकर आम जनता की रक्षा कर रही है एवं पंचायतों की जनप्रतिनिधि के रूप में समाज को नई दिशा प्रदान कर रही हैं। आज बिहार की बहन-बेटियाँ निर्भीक होकर स्कूल और काॅलेज जा रही है और देशभर में अपनी काबलियत का परचम लहरा रही है। नारी सशक्तिकरण के प्रति माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की अटूट प्रतिबद्धता और इच्छाशक्ति का यह सुखद परिणाम है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि हमारे विरोधी भी इस बात से मुंह नहीं मोड़ सकते हैं कि वर्ष 2005 के बाद महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति में आमूल-चूल परिवर्तन हुए हैं। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने पूरे देश-दुनिया में महिला सशक्तिकरण का सबसे अनूठा मिसाल पेश किया है। उन्होंने कहा कि 1990 से 2005 तक सबसे अधिक यातनाएं प्रदेश की महिलाओं को झेलना पड़ा था। बिहार की महिलायें राजद के जंगलराज को कभी नहीं भूल पाएगी।
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