23 अक्टुबर पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि महाठगबंधन यानी महागठबंधन में रहते रहते भक्त चरण दास का मरा हुआ जमीर फिर जग गई है। और कब तक जमीर जगा रहेगा यह बिहार की जनता देखेगा क्योंकि महागठबंधन में जितने भी लोगों का गठबंधन था सब सियासी कलाकारों का गठबंधन है। राजद सुप्रीमो आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी सारे शहर के भिखारीयों को केस कटवाना, और स्नान कराकर और उनको सपने दिखा कर के और गरीब किसानों का चारा घोटाला कर गए।
उसी तरह से उनके सुपुत्र नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव जी डेढ़ लाख का जूता पहन करके और बंसी बंसी खेल कर मछली पकड़ना और मछुआरों के भावना से खेल कर दिवास्वप्न दिखा करके उनके वोटों के लिए ठगने का काम करेंगे, और कोई एक नए मॉल का मालिक बन जाएंगे, जो यह महागठबंधन था वह पूरा ठग बंधन था।
श्री अरविन्द ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी महागठबंधन में राजद के सामने कटोरा लेकर गिड़गिड़ा रहा था। कि एक सीट दे दीजिए लेकिन उस सीट को भी कांग्रेस पार्टी हासिल नहीं कर सका। और उसके बाद भी अगर उसका जमीर नहीं जगता है, तो उसी कटोरे में पानी भरकर के कांग्रेस पार्टी को नाक बुड़ाना लेना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव अपने एरोगेंसीं मे कांग्रेस को दोयम दर्जे का पार्टी बना करके बिहार में छोड़ दिया है।
इतने वर्षों के बाद कोई कांग्रेस का प्रभारी आया जिसका थोड़ा सा जमीर बचा हुआ था या बिहार के जनता ने जगा दिया है। देखना है इसके जमीर कब तक जगा रहता है। या वोट कटवा की भूमिका में कांग्रेस रहता है। उपचुनाव के बाद फिर महागठबंधन वही सियासी महाठगबंधन नजर आएगा।
बिहार की जनता को डर है कि कांग्रेस वोट कटवा पार्टी बनकर नहीं रह जाए। और फिर वह महागठबंधन में चला जाए।
राजद और कांग्रेस दोनों सराफत का माला पहनकर बगुला भगत बने है। जनता को झूठ बोल कर वोट लेने के लिए ऐ सियासी नाटक खेल रहे है।
क्योंकि अब कांग्रेस का आशा कन्हैया, हार्दिक, और जिगनेश पर है। और साथ मे पप्पु यादव है जिनका इतिहास कोसी के आत़क के रुप मे हुआ करता था।
ये लोग सौ-सौ चुहे खां कर बिल्ली हज्ज को चली, ये बिहार को अपमानित करने कराने वाले लोग हैं।
क्योंकि कांग्रेस इस देश को 70 सालों तक ठगने और घोटाला करने का काम किया है।
कांग्रेस का आदर्श ईस्ट इंडिया कंपनी अंग्रेज रही है, जिसके चलते फूट डालो और शासन करो की नीति पर चलने वाली कांग्रेस पार्टी की नीति है।
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