दिल्ली: देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान शनिवार को चुनाव आयोग ने कर दिया. सात चरणों में होने वाले चुनाव में कोरोना के बीच चुनाव चुनौतीपूर्ण एवम नए कोविड प्रोटोकॉल में होंगे. 15 जनवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, रैली, पद यात्रा, साइकिल और स्कूटर रैली की इजाजत नहीं होगी. वर्चुअल रैली के जरिए ही चुनाव प्रचार की इजाजत होगी.
कोरोना संक्रमित भी वोट डाल सकेंगे- मरीजों को पोस्टल बैलेट की सुविधा होगी. इस बार 16% पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं. 2.15 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बने हैं. एक पोलिंग स्टेशन पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या 1500 से 1250 तक होगी. इस बार चुनावी खर्च की सीमा बढ़ाई गई, बड़े राज्यों में अब 40 लाख रुपए तक खर्च करने की छूट रहेगी. यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में 40 लाख रुपए तो मणिपुर और गोवा में यह खर्च सीमा 28 लाख रुपए होगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा कहा कि उत्तर प्रदेश सहित सभी पांच राज्यों में सात चरणों में चुनाव निपटाए जाएंगे. पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में 14 फरवरी को एक ही चरण में चुनाव निपटाया जाएगा.यूपी में 10 फरवरी को पहले चरण का चुनाव होगा, 14 फरवरी को दूसरा, 20 फरवरी तीसरा, 23 फरवी को चौथा, 27 को पांचवा और 3 एवं 7 मार्च को अंतिम दो चरणों का चुनाव होगा. वोटों की गिनती सभी राज्यों में 10 मार्च को होगी. मणिपुर में दो चरणों में चुनाव होना है.
उन्होंने कहा कि देश में 5 राज्यों की 690 विधानसभाओं में चुनाव कराए जाएंगे. पांचों राज्यों में 18.34 करोड़ मतदाता चुनाव में हिस्सा लेंगे. कोरोना के बीच चुनाव कराने के लिए नए प्रोटकॉल लागू किए जाएंगे.
403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को 325 सीटें मिली थीं. दूसरे नम्बर पर समाजवादी पार्टी थी जिसे 47 सीटों पर जीत मिली और 22.4 फीसदी वोट मिला. हालाँकि भाजपा को 41 फिसद वोट आए थे. वहीं बसपा को 19 और कांग्रेस को 7 सीटों पर जीत मिली थी जबकि अन्य 5 सीटों पर जीते थे.
पंजाब में हुए 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 117 में से 77 सीटों पर जीत मिली थी. उस चुनाव में भाजपा 3 और अकाली दल 15 सीटें जीतने में सफल हुए थे. वहीं आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों पर जीत हासिल की थी.
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा को जीत मिली थी. 70 सीटों वाले विधानसभा में भाजपा को 57 सीटें मिली थीं. इतना ही नहीं कांग्रेस के 31.7 फीसदी वोटों के मुकाबले भाजपा को 61.7 फीसदी वोट आया था.
2017 में 40 सीटों वाले गोवा में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 17 सीटों पर जीत मिली थी. लेकिन मात्र 13 सीटों पर जीत हासिलकर भाजपा ने सरकार बना ली. उस चुनाव में 10 सीटों पर निर्दलीय और अन्य ने जीत हासिल की थी.
इसी तरह मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा को 60 सीटों में से 21 सीटें हासिल हुई थीं. तब कांग्रेस ने 28 सीटों पर जीत हासिल की और एनपीएफ को 4 सीटें मिली थीं. हालाँकि भाजपा ने 7 अन्य विधायकों के सहयोग से राज्य में सरकार बना ली थी.
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