शनिवार को पटना पहुंचे एलजेपी के सांसद चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जातीय जनगणना और विशेष राज्य के दर्जे की मांग लगातार उठा रहे हैं, लेकिन अगर वाकई में वो यह चाहते हैं तो फिर बीजेपी से (विधान परिषद चुनाव में) अलग हो
पटना. लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के सांसद चिराग पासवान ने अपने चिर-परिचित अंदाज में एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. शनिवार को पटना पहुंचे चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जातीय जनगणना और विशेष राज्य के दर्जे की मांग लगातार उठा रहे हैं, लेकिन अगर वाकई में वो यह चाहते हैं तो फिर बीजेपी से (विधान परिषद चुनाव में) अलग हो जाएं. उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दल इस मामले में उनका (नीतीश कुमार) समर्थन कर रहे हैं. लेकिन वो सिर्फ (बीजेपी का) विरोध कर रहे हैं, अलग नहीं हो रहे हैं. क्योंकि वो इस मुद्दे पर अपनी राजनीति करना चाहते हैं.
एलजेपी सांसद ने कहा कि सीएम नीतीश बीजेपी का विरोध कर अन्य विरोधी दलों का समर्थन चाहते हैं ताकि वो उन्हें प्रधानमंत्री का दावेदार बनाएं. बिहार में विधान परिषद चुनाव होना है उसके पहले चिराग पासवान ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हम एकला चलो की राजनीति पर विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा कि यहां कई बड़े राजनीतिक दल हैं लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में किसी ने अकेले चुनाव नहीं लड़ा था, यह हिम्मत सिर्फ चिराग पासवान में है.
चिराग ने कहा कि बिहार विधान परिषद चुनाव का नोटिफिकेशन (अधिसूचना) नहीं हुआ है. लेकिन जैसे ही नोटिफिकेशन होगा, इसकी घोषणा कर दी जाएगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाले समय में पार्टी को मजबूत किया जाएगा और जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे सभी में पार्टी की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी.
बिहार विधान परिषद के 24 सीटों के लिए होना है चुनाव
बता दें कि बिहार विधान परिषद के 24 सीटों के लिए चुनाव होना है. जिन 24 सीटों पर चुनाव होना है उसमें 19 विधान पार्षद जुलाई 2021 में रिटायर हुए थे. एमएलसी से रिटायर होने वालों में दिलीप जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय, राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीना यादव, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागिब, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टुन्नाजी पांडेय, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, रजनीश कुमार और राजेश राम के नाम शामिल हैं.
वहीं, हरिनारायण चौधरी और सुनील कुमार सिंह का पिछले साल निधन होने से दो सीटें रिक्त हुई हैं. इसके अलावा, मनोज कुमार, रीतलाल यादव और दिलीप राय विधान पार्षद थे. मगर उन्होंने 2020 में हुए विधानसभा चुनाव लड़ा था और विजयी होकर विधायक बने थे.
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